जुबिली स्पेशल डेस्क
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव अब टी-20 क्रिकेट मैच की तरह मजेदार बन रहा है। यहां पर लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। अशोक गहलोत के अध्यक्ष पद से किनारा करने के बाद दिग्विजय सिंह की इंट्री हुई लेकिन अब मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम भी सामने आ रहा है।
अब उनके नाम पर ही सहमति बनाई जा सकती है। मल्लिकार्जुन खड़गे से दिग्विजय सिंह की मुलाकात हुई है और वह नामांकन न दाखिल करने का फैसला ले सकते हैं। ऐसे में अध्यक्ष पद को लेकर सीधा मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच होने की उम्मीद लग रही है। साफ है कि शशि थरूर को बागी जी-23 का नेता माना जाता है, जबकि मल्लिकार्जुन खड़गे गांधी परिवार के वफादार हैं।
वहीं कुछ और नाम भी सामने आ रहे हैं। उनमें मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खडग़े और कुमारी शैलजा का नाम शमिल है। ऐसे में शुक्रवार को ये पता चल सकेंगा कि कौन-कौन चुनावी मैदान में उतर रहा है क्योंकि आज नामांकन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख है।
बता दे कि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में इस वक्त जोरदार घमासान देखने को मिल रहा है। हालात तो इतने खराब हो गए है बड़े से बड़े दिग्गज अब कांग्रेस से किनारा करते नजर आ रहे हैं। राज्य में उसकी स्थिति लगातार खराब हो रही है। दूसरी ओर बगावत इस वक्त कांग्रेस में ज्यादा देखने को मिल रही है। इसका ताजा उदाहरण है राजस्थान।
राजस्थान में बीते कुछ दिनों ऐसी उठापटक देखने को मिली कि सोनिया गांधी भी अशोक गहलोत से नाराज हो गई। कल तो अशोक गहलोत पार्टी के चहेते थे लेकिन अब वो कांग्रेस के निशाने पर आ गए है।
दरअसल राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में बगावत देखने को तब मिली जब अशोक गहलोत कांग्रेस का चुनाव लडऩे की तैयारी में थे और वहां पर सचिन पायलट को हाईकमान ने सीएम बनाने का मन बना लिया था लेकिन गहलोत कैंप ने ऐसा खेल खेला कि अब अशोक गहलोत को सोनिया गांधी से माफ मागनी पड़ी है। अशोक गहलोत के अध्यक्ष पद से किनारा करना पड़ा।