संजय सनातन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गौ भक्त हैं। यह वह खुद ही कहते हैं। गोरक्षपीठ ही गौ रक्षा एवं संर्वद्धन के नाम से जानी जाती हैं।
लेकिन केन्द्र एवं उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार में हिन्दू धर्म की आस्था की प्रतीक गौ माताएं कभी सड़कों पर तड़प-तड़प तो कहीं सरकार से स्थापित करायी गयी गौशालाओं में ही दम तोड़ रही हैं। आखिर इन गाय माताओं के लिए कब खाने-पीने की समुचित व्यववस्था की जायेगी।
प्रतापगढ़ जनपद के सांगीपुर सरकारी गौशाला में गायों ने तोड़ा दम
पूर्वांचल के प्रतापगढ़ जनपद के लालगंज तहसील के सांगीपुर स्थित शुकुलपुर गांव में सरकारी गौशाला में आधा दर्जन से अधिक गायों के मरने की खबर हैं।
जानकारी के मुताबिक इस भीषण गर्मी में सरकारी आदेश पर गांव में सरकारी गौशाला तौ बना दी गयी पर गायों के चारा एवं पानी की व्यवस्था नहीं हुई। इसी से एक दिन पूर्व कुछ गायों ने दम तोड़ दिया।
गौशाला में मरने वाली गायों की अधिकारी नहीं ले रहे जिम्मेदारी
प्रतापगढ़ जनपद के सांगीपुर विकासखण्ड के शुकुलपुर में बनी सरकारी गौशाला में तड़प कर मरे आधा दर्जन मवेशियों की जानकारी सारे दावों को पलीता लगाने के लिए काफी है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी कितने लापरवाह है और कितने सजग है कि पूरे मामले की अनदेखी कर रहे हैं।
उन्हें कतई डर नहीं है कि यह मामला सीधे सीएम से जुड़ा हुआ है। लालगंज तहसील के उपजिलाधिकारी का कहना है कि गौशाला में चारे-भूसे-पानी की कमी से गायें नहीं मरी हैं। बहरहाल मामले की जांच करायी जा रही है।
समाजसेवियो ने गौशाला में मरी गायों की निन्दा
सांगीपुर विकासखण्ड के शुकुलपुर गांव में बनी गौशाला में मृतक गायों को लेकर पूरे समाज के समाजसेवी बहुत ही नाराज है। मीडिया के माध्यम से वायरल हो रही खबर के बाद से लालगंज तहसील में सभी समाज के लोग इसकी निन्दा कर रहे हैं। अब देखना यह है कि सरकारी अमला इस पर कितना गौर करता है। इसी के साथ क्या कार्रवाई की जाती है।