जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल दोनों दलों के बीच में खटास की खबरें अक्सर सुनने को मिलती रहती थी। दरअसल आम आदमी पार्टी ने गुजरात, गोवा और पंजाब जैसे राज्यों में कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचाया था।
इस वजह से कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के बीच के रिश्तें अच्छे नहीं रहे हैं लेकिन विपक्षी एकता के खातिर कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाया है। अब खबर है कि कांग्रेस ने दिल्ली में नौकरशाहों को नियंत्रित करने वाले केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी (AAP) का समर्थन करने का संकेत दिया है।
माना जा रहा है कि कांग्रेस के इस बड़े एलान से दोनों दलों के रिश्तों में सुधार देखने को मिल सकता है। कांग्रेस का ये फैसला उस वक्त आया है जब आम आदमी पार्टी एक अहम बैठक होनी है जिसमें इस अध्यादेश को लेकर चर्चा होगी।
आप सांसद राघव चड्ढा ने इसे लेकर एक वीडियो भी पोस्ट किया है। आज की पीएसी में आम आदमी पार्टी की बेंगलुरु में होने वाली बैठक का हिस्सा बनने का फैसला ले सकती है।
दरअसल, कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि आप कल बैठक में शामिल होने जा रही हैं, जहां तक अध्यादेश का सवाल है। हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है कि हम इसका समर्थन नहीं करने जा रहे हैं।
NCCSA अध्यादेश पर कांग्रेस का समर्थन मिलने की जानकारी आम आदमी पार्टी का राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने अपने ट्विटर हैंडल से दी है।
सूत्रों का कहना है कि यह अध्यादेश संसद में लाया जाता है तो कांग्रेस विरोध कर सकती है और AAP को समर्थन देने का फैसला ले सकती है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने शनिवार को संसद के आगामी मानसून सत्र के दौरान उठाए जाने वाले विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए बैठक की. संसदीय रणनीति समूह ने बड़े मसलों पर राय-मशविरा किया।