जुबिली न्यूज डेस्क
दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है. दिल्ली एमसीडी चुनाव के नतीजों में अब तक के जो रुझान सामने आए हैं, उससे आम आदमी पार्टी को बहुमत मिलता दिख रहा है. हालांकि, हार-जीत के नतीजों में भाजपा और आप के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है, सूत्रों की मानें तो एमसीडी चुनाव के नतीजों में अगर भाजपा बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाती है तो ऐसे में पार्टी की नजर अब निर्दलीय और दूसरे दलों के विजयी पार्षदों पर होगी.
दूसरे दलों के विजयी पार्षदों से संपर्क करने के निर्देश
सूत्रों ने बताया कि भाजपा आलाकमान ने दिल्ली भाजपा के नेताओं को निर्दलीय और दूसरे दलों के विजयी पार्षदों से संपर्क करने के निर्देश दिए हैं. माना जा रहा है कि भाजपा निर्दलीय पार्षदों को अपने पाले में करने के लिए अभी से ही जुट गई है. इतना ही नहीं, कांग्रेस के भी पार्षदों पर भाजपा डोरे डाल सकती है. फिलहाल, अभी के रुझान पर नजर डालें तो कांग्रेस 10 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार भी 5 सीटों पर आगे हैं.अभी तक के जो आंकड़े आए हैं, उसके मुताबिक आम आदमी पार्टी अभी 42 सीटें जीत चुकी है, जबकि भाजपा के खाते में अब तक 38 सीटें आई हैं. कांग्रेस दो सीट जीत चुकी है, जबकि एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के पास है. बता दें कि ज्यादातर एग्जिट पोल में आम आदमी पार्टी की जीत की संभावना जताई गई थी.
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एमसीडी पर 2007 से भाजपा का कब्जा
एमसीडी में 2007 से भाजपा का शासन है. उसने 2017 के नगर निगम चुनाव में कुल 270 वार्ड में से 181 पर जीत दर्ज की थी. आम आदमी पार्टी ने 48 और कांग्रेस ने 30 वार्ड जीते थे. इस साल की शुरुआत में केंद्र सरकार ने दिल्ली के तीनों नगर निगमों का एकीकरण कर दिया था जिसके बाद वार्ड की संख्या 250 हो गयी थी.आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों ने एमसीडी चुनाव में 250-250 उम्मीदवार खड़े किए, जबकि कांग्रेस ने 247 और 382 निर्दलीय उम्मीदवार खड़े हुए.
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