जुबिली स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए गठबंधन का कुनबा बड़ा होता हुआ दिख रहा है। दरअसल कई पुराने साथी एक बार फिर उनके साथ जुड़ रहे हैं। इतना ही नहीं नीतीश कुमार जैसे नेता फिर से एनडीए का हिस्सा बन चुके हैं लेकिन ओडि़शा में अभी उसकी बात नहीं बन सकी है।
ओडिशा भाजपा ने कहा है कि वह राज्य की सभी 147 विधानसभा और 21 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल, ने कहा, “गठबंधन पर कोई बातचीत नहीं हुई और भाजपा अकेले ही चुनाव लड़ेगी। सामल पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ शुक्रवार शाम को राष्ट्रीय राजधानी से भुवनेश्वर लौटे थे।
दरअसल पहले लग रहा था कि नवीन पटनायक फिर से बीजेपी के साथ अपना रिश्ता जोड़ सकते हैं लेकिन अब कहा जा रहा है कि दोनो के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बनी है। बीजेपी और नवीन पटनायक पार्टी बीजद के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं हुई। माना जा रहा है कि बातचीत न होने की वजह से दोनों की राहे अलग-अलग हो सकती है।
इससे पहले भाजपा और नवीन बाबू की पार्टी बीजेडी के बीच फिर से अच्छे रिश्ते देखने को मिल रहे हैं। माना जा रहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले वो भी एनडीए का हिस्सा बन जाये तो किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए। कहा तो ये भी जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के साथ-साथ दोनों विधान सभा चुनाव भी साथ लड़ सकते हैं।
दोनों पार्टी इस पर गंभीरता से विचार कर रही है और इस पर जल्द कोई फैसला ले सकती है। 2009 को दोनों ही दलों की राह अलग-अलग हो गई थी और 7 मार्च को ही भाजपा के साथ गठबंधन तोड़े पटनायक को 15 साल हो रहे हैं लेकिन अब एक बार फिर साथ आ सकते हैं। जिस तरह से बिहार में नीतीश फिर से लौट आए है वैसे ही बीजेपी को भरोस है नवीन पटनायक भी वापस एनडीए का हिस्सा बन सकते हैं।