जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से कांग्रेस के लिए कोई भी अच्छी खबर नहीं आई है। केंद्र में उसकी सत्ता जब से गई है तब से राज्यों के चुनावों में कांग्रेस का है बुरा हाल है। लगातार चुनाव में मिलती हार ने कांग्रेस को तोडक़र रख दिया है।
हाल के दिनों में कई नेताओं ने कांग्रेस से किनारा करके बीजेपी का दामन थामा है। पिछले आठ महीनों की बात की जाये तो कांग्रेस के आठ बड़े चेहरों ने पंजे से अपना हाथ खींच लिया है। कांग्रेस के सबसे भरोसमंद चेहरों में से एक गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कांग्रेस से अपना नाता तोड़ लिया। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण क्या कांग्रेस छोड़ने की खबर इस वक़्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण क्या कांग्रेस से किनारा करने का मन बना रहे हैं और बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। इसलिए ऐसा कहा जा रहा है कि क्योंकि अशोक चव्हाण का भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट के प्रति नरम रवैया है।
इसके आलावा अशोक चव्हाण को एकनाथ शिंदे सरकार काफी मेहरबान है। हाल में उद्धव ठाकरे सरकार के दौर की परियोजनाओं को महाराष्ट्र में रद्द किया जा रहा है तो वहीं अशोक चव्हाण के निर्वाचन क्षेत्र में एक अहम योजना को मंजूरी दी गई है। चव्हाण के भोकर विधानसभा क्षेत्र में वाटर ग्रिड योजना को मंजूरी मिल गई है।
शिंदे सरकार ने भोकर के 183 गांवों में पानी पहुंचाने की योजना को मंजूरी दे दी है। यह 728 करोड़ रुपये की योजना है और इसके लिए 10 दिन पहले टेंडर निकाला गया है। इसके बाद से कहा कयास लगने लगा है कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण कांग्रेस का साथ छोड़ सकते हैं और बीजेपी के साथ जा सकते हैं।
इन्होंने छोड़ा है कांग्रेस
- गुलाम नबी आजाद
- कपिल सिब्बल
- आरपीएन सिंह
- अश्विनी कुमार
- सुनील जाखड़
- हार्दिक पटेल
- कुलदीप विश्नोई
- जयवीर शेरगिल