जुबिली न्यूज डेस्क
लखनऊ: 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां तैयारिया कर रही हैं. ऐसे में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने खास समीकरण तैयार किया जा रहा है। खबरों कि मानें तो समाजवादी पार्टी के संस्थापक व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन के आयोजन के बहाने अखिलेश यादव 2024 के लोकसभा चुनाव का लॉन्चिंग पैड तैयार करेंगे। 22 नवंबर को सैफई में अखिलेश मुलायम सिंह यादव के नाम पर एक विशाल स्मारक के निर्माण का शिलान्यास करेंगे। इस अवसर पर पूरे देश के समाजवादी नेताओं को न्योता दिया जाएगा।
बता दे कि मंगलवार को पार्टी कार्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश ने बताया कि हमारा प्रयास होगा कि स्मारक को 2027 के पहले पूरा कर लिया जाए। इससे नेताजी के भावनाओं के अनुरूप बनाया जाएगा। सैफई से उनका विशेष लगाव था, इसलिए वहीं इसे बनाने का फैसला लिया गया है।
मुलायम सिंह यादव का पिछले वर्ष 10 अक्टूबर को निधन हो गया था। अपने राजनीतिक समझ व निर्णयों के चलते मुलायम ने राष्ट्रीय राजनीति में अपनी जगह बनाई थी। यही वजह है कि उनकी विरासत व समर्थक आधार को पाने के लिए विरोधी भी प्रयास कर रहे हैं। भाजपा सरकार ने हाल में ही उन्हें पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा है।
विरासत के जरिए सधेगी सियासत?
लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा के खिलाफ विपक्षी गठबंधन तैयार हो रहा है, जिसमें अखिलेश यादव की अगुआई वाली सपा भी शामिल है। इसके अलावा बिहार से लेकर दूसरे राज्यों के अन्य भाजपा विरोधी दल भी गठबंधन का हिस्सा है। हालांकि, यूपी में समय गठबंधन के मुख्य दल कांग्रेस से सपा की खटपट चल रही है, लेकिन अखिलेश ने लोकसभा में साथ बनाए रखने का इशारा किया है। ऐसे में जन्मदिन पर मुलायम की विरासत व योगदान को याद करने के बहाने अखिलेश सपा की राजनीतिक संभावनाओं व स्वीकार्यता को भी दिखाने का मंच बनाएंगे। विभिन्न प्रदेशों से विपक्षी दलों के नेताओं को सैफई में उपस्थिति इसके लिए जमीन तैयार करेगी।
लिंकन मेमोरियल की तर्ज पर होगा संग्रहालय
पूर्व सांसद उदय प्रताप सिंह ने मुलायम मेमोरियल के स्वरूप की जानकारी दी। इसके बाद उसके प्रारूप का प्रेजेंटेशन भी किया गया। उन्होंने बताया कि अमेरिका के लिंकन मेमोरियल के तर्ज पर यह बनेगा। स्मारक 8.30 एकड़ में बनाया जाएगा, जिसमें 4.30 एकड़ में पार्क होगा।स्मारक में लोककला संग्रहालय भी होगा, जिसमें यूपी की शिल्प व स्थानीय कलाकृतियों का प्रदर्शन किया जाएगा। प्रवेश द्वार से लेकर स्मृति सभागार तक आर्ट गैलरी बनेगी, जिसमें मुलायम की राजनीतिक-सामाजिक यात्रा के चित्र उकेरे जाएंगे।
ये भी पढ़ें-शारीरिक संबंध से इनकार करना मानसिक क्रूरता, लेकिन जानें HC ने क्या कहा
स्मृति सभागार में मुलायम की कांस्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।सभागार में बनाए जाने वाले स्तंभ सम्राट अशोक के लुंबिनी, मेरठ व प्रयागराज में मिल स्तंभों के तर्ज पर विकसित किए जाने की योजना है। स्तंभों से लेकर स्मारक के अन्य हिस्सों पर भी पत्थर एवं धातुओं से मुलायम के किस्सों को उकेरा जाएगा। स्मारक के बीच में एक चौक होगा, जो शांति व भव्यता की अनुभूति कराएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव भी मौजूद थे।