जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने राज्यपाल पर भाजपा नेता के रूप में व्यवहार करने का आरोप लगाते हुये कहा कि उन्होंने मिलने का समय देने के बाद अचानक निरस्त कर राज्य के संवैधानिक प्रमुख के पद की मर्यादा को तार-तार करने के साथ लोकतंत्र का घोर अपमान किया है।
लल्लू ने कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को मिलने का समय दिया था। कांग्रेसी प्रदेश में कोरोना संकट से उपजे भयावह संकट से निपटने में विफलता, वेक्सिनेशन की धीमी गति जैसे गम्भीर विषयो पर राज्यपाल से मिलकर ज्ञापन देना चाहते थे लेकिन राज्यपाल ने अचानक मिलने के कार्यक्रम को निरस्त कर दिया जो संवैधानिक जिम्मेदारियों से हटकर राज्य सरकार की विफलताओं पर पर्दा डालने के लिये जनविरोधी कृत्य है। इससे राज्यपाल के पद की गरिमा पर गम्भीर सवाल खड़े हुए है वही यह लोकतंत्र का घोर अपमान किया है।
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लोकतांत्रिक ढांचे के लिए आज काला दिन है। कांग्रेस पार्टी को राज्यपाल से मिलने का समय देकर उसे निरस्त कर दिया गया।
हम वैक्सिनेशन के मुद्दे पर उप्र की वेदना से राज्यपाल को अवगत कराना चाहते थे लेकिन उनके पास वक्त नहीं। pic.twitter.com/V6BN4qHUF3
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) June 4, 2021
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि 22 करोड़ आबादी वाले राज्य के कुल 34 लाख लोगों को डबल डोज देकर अपनी पीठ थपथपाने वाली सरकार को सभी को वैक्सीन देने में लगभग 13 वर्ष लगेंगे। देश मे बिहार के बाद सबसे कम वैक्सिनेशन उत्तर प्रदेश में हुआ है और राज्य की योगी सरकार झूठे दावे कर प्रदेश को धोखा दे रही है।
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लल्लू ने कहा कि प्रदेश की 22 करोड़ जनता के लिये कुल 1500 वैक्सिनेशन सेंटर ही सरकार ने बना रखे है जिसमे भी वैक्सीन न होने के कारण बहुत से सेंटर पर वैक्सीनेशन नही होने की जानकारी लगातार आती रहती है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि सरकार बताये कि वह कैसे कोरोना संक्रमण से कितने दिनों में जनता को बचा पाएगी।
उन्होंने कहा वैक्सिनेशन में लगातार लापरवाही की शिकायतें आ रही है, जनता के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। पहली और दूसरी डोज अलग अलग कम्पनियों की लगने से वैक्सीन एक तरह से कॉकटेल हो जाएगी, जिससे जीवन का संकट उतपन्न होने की संभावना डॉक्टर्स व वैज्ञानिक भी कर रहे है।