जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। दरअसल उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट निकला है। ये वारंट किसी और ने नहीं बल्कि इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) जारी किया है।
पुतिन के अलावा रूस की चिल्ड्रन राइट्स कमिश्नर मारिया अलेक्सेयेवना लवोवा-बेलोवा के खिलाफ भी अरेस्ट वारंट निकला है। आईसीसी का एक बयान सामने आया है।
इंटरनेशनल मीडिया की माने तो पुतिन और मारिया के खिलाफ ये अरेस्ट वारंट ‘वॉर क्राइम’ के जुर्म में जारी किया गया है। मीडिया रिपोट्र्स की माने तो पुतिन पर यूक्रेनी बच्चों को अवैध तरीके से जबरन रूस ले जाने का आरोप है। इतना ही नहीं उनपरपर बच्चों के निर्वासन में शामिल होने का आरोप लगाया है।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। दोनों तरफ जंग थमने का नाम नहीं ले रहा है। इतना ही नहीं रूस लगातार यूक्रेन पर बम बरसा रहा है लेकिन यूक्रेन भी उसका मुंह तोड़ जवाब देता हुआ नजर आ रहा है।
रूस और यूक्रेन के बीच जंग और तेज हो गई। रूस पीछे हटने को तैयार नहीं है जबकि यूक्रेन अपनी जमीन को छोडऩा नहीं चाहता है। इसका नतीजा यह रहा कि दोनों के बीच अब तक कोई सुलह या फिर समझौता नहीं हो सका है।
उधर रूस की बमबारी और तेज हो गई है। रूस के इस खौफनाक कदम से दुनिया कई देश उससे खफा नजर आ रहा है।
हालांकि कुछ देश ऐसे है जो न तो रूस की तरफ और न ही यूक्रेन की तरफ लेकिन रूस के साथ चार ऐसे देश है जो उसका कदम-कदम पर साथ दे रहे हैं।
यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद ये पहली बार है जब आईसीसी ने इतना बड़ा कदम उठाया है। उधर इस अरेस्ट वारंट को लेकर रूस का राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से एक बयान सामने आ रहा है जिसमें उन्होंने कहा कि ‘अपमानजनक’ और ‘अस्वीकार्य’ बताया है. रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने इस वारंट की तुलना ‘टॉयलेट पेपर’ से कर दी।