न्यूज डेस्क
किसी व्यक्ति में अगर किसी चीज को लेकर जुनून और दीवानगी हो तो, उसे न तो कानून की परवाह होती है और न ही मजहब की। ऐसा ही कुछ ईरान की सहर के साथ था। सहर में फुटबॉल खेल के प्रति दीवानगी थी। इस दीवानगी ने सहर को मौत के मुहाने पहुंचा दिया। सहर बहुत कुछ बदलना चाहती थी। जीते जी तो वह नहीं कर सकी, लेकिन सहर की मौत ने ईरान सरकार को कानून बदलने को मजबूर कर दिया। भले ही आज सहर जिंदा नहीं है लेकिन आज वह सैकड़ों आंखों से अपना सपना पूरा होते हुए देखेगी।
ईरान की महिलाओं के लिए आज बड़ा दिन है। यहां की महिलाओं को ये दिन ऐसे नहीं मिला है। यह दिन सहर जैसी लड़की की कुर्बानी की कीमत पर मिला है। ईरान में 10 अक्टूबर (आज) बड़ा बदलाव दिखने वाला है। आज ही तेहरान के आजादी स्टेडियम में ईरान की फुटबॉल की राष्ट्रीय टीम कंबोडिया के खिलाफ उतरेगी जिसके लिए महिला प्रशंसकों में टिकट लेने की होड़ दिखाई दी है।
ईरानी महिलाओं को जो आजादी मिली है उसकी खुशी उनके चेहरे से साफ झलक रही है। महिलाओं में आज के मैच देखने के लिए जबरदस्त उत्साह है। ऐसा ही खुशी ईरान की खेल पत्रकार रहा पोरबख्श को उस समय हुई जब इस मैच का इलेक्ट्रॉनिक टिकट उन्हें मिला। इस खुशी को रहा ने एक फोटो के जरिए प्रदर्शित भी किया। आज तेहरान के स्टेडियम महिलाओं की मौजूदगी से वहां के वर्षों पुराने कानून को खत्म करने का एलान होगा।
कौन है सहर खोडयारी
आज सहर की खूब चर्चा हो रही है। आइए जानते हैं सहर कौन है। 29 वर्षीय सहर मार्च 2019 में उस समय चर्चा में आई थी जब उन्हें ईरान में एक स्टेडियम से गिरफ्तार किया गया था।
सहर को फुटबॉल बहुत पंसद था। उसने मौत को इसलिए गले लगाया, क्योंकि वह तेहरान के आजादी स्टेडियम में अपनी पसंदीदा टीम को फुटबॉल मैच खेलते देखना चाहती थी। ईरान के इस्लामिक कानून के मुताबिक, महिलाओं का खेल के मैदान में जाकर मैच देखना प्रतिबंधित है। ऐसा करने पर उन्हें सजा देने का भी प्रावधान है।
कम्प्यूटर साइंस में ग्रेजुएट सहर ईरानी कानून से भलीभांति वाकिफ थी, फिर भी वह अपनी पसंदीदा फुटबॉल टीम को अपनी आंखों के सामने स्टेडियम में खेलते देखना चाहती थी। मार्च 2019 में उसकी फेवरेट फुटबॉल टीम एस्टेगलल का आजादी स्टेडियम में मैच था। एस्टेगलल, ईरान का ही एक फुटबॉल क्लब है। सहर में फुटबॉल को लेकर जुनून इस कदर था कि वह मैच देखने के लिए उसने पुरुषों का ड्रेस पहना, बालों में नीले रंग का बिग लगाया और ओवर कोट पहन कर स्टेडियम पहुंच गईं।
सहर सुरक्षा बंदोबश्त को चकमा देकर स्टेडियम में प्रवेश करने में कामयाब रही। स्टेडियम में मैच देखने के दौरान उसने बालों पर से नीली विग उतार दी। पुरुषों की ड्रेस में स्टेडियम में मैच का लुत्फ ले रही सहर की फोटो मैच के दौरान ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। इसका पता चलते ही सुरक्षा बलों ने सहर को स्टेडियम के अंदर मैच के दौरान ही गिरफ्तार कर लिया।
इसके बाद इस मामले में कोर्ट ने सहर को समन जारी कर दिया। समन पाकर सहर कोर्ट पहुंची और वहीं, कोर्ट के बाहर आत्मदाह कर लिया। गंभीर हालत में उसे तेहरान के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। सहर 90 फीसद से ज्यादा जल चुकी थी, लिहाजा अस्पताल में इलाज के दौरान करीब दो सप्ताह बाद उसने दम तोड़ दिया।
सहर की मौत के बाद पूरी दुनिया की सोशल मीडिया पर ईरान के प्रति गुस्सा फूट पड़ा। इतना ही नहीं ईरान की महिलाओं ने भी इस भेदभाव पूर्ण कानून के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। दुनिया भर के फुटबॉल क्लब और कई सेलिब्रिटीज ने भी सहर की मौत पर दुख जताते हुए ईरान के इस भेदभाव पूर्ण कानून की निंदा की। फीफा ने भी इस कानून और सहर की मौत पर आपत्ति जताई थी। चौतरफा दबाव के बाद आखिरकार ईरान ने अब महिलाओं के स्टेडियम में प्रवेश करने संबंधी पाबंदी हटा ली है।
ईरान की सरकार ने महिलाओं पर से हटाई गई पाबंदी के साथ ये भी घोषणा किया कि 10 अक्टूबर को तेहरान के आजादी स्टेडियम में ही होने वाले फुटबॉल मैच में महिलाओं को प्रवेश दिया जाएगा। इसी आजादी स्टेडियम में सहर को फुटबॉल मैच देखते हुए गिरफ्तार किया गया था।
पूरी दुनिया में सहर ‘ब्लू गर्ल’ के नाम से भी मशहूर है। ऐसा इसलिए, क्योंकि उसकी पसंदीदा टीम एस्टेगलल का रंग भी नीला है। अपनी पसंदीदा टीम को सपोर्ट करने के लिए स्टेडियम में जाने के दौरान सहर ने ब्लू रंग की पोशाक और ब्लू विग लगाई थी। इसी पोशाक और विग में उसकी तस्वीर वायरल हुई थी। इसके बाद से वह ‘द ब्लू गर्ल’ के नाम से प्रसिद्ध हो गई।
3500 महिलाएं देखेंगी मैच
ईरान ने कंबोडिया संग होने वाले फुटबॉल मैच में महिलाओं के लिए 3500 टिकट आरक्षित की थी। सरकार की घोषणा के बाद एक घंटे के भीतर ही महिलाओं की ये सभी टिकट बिक गई।
सरकारी ईरानी समाचार एजेंसी इरना ने चार अक्टूबर को सरकार के इस फैसले की पुष्टि की है। न्यूज एजेंसी इरना के अनुसार ईरानी फुटबॉल फेडरेशन ने फीफा से भी वादा किया है कि 10 अक्टूबर को आजादी स्टेडियम में होने वाले फुटबॉल मैच के दौरान महिलाओं को प्रवेश दिया जाएगा। महिलाओं के बैठने के लिए स्टेडियम में 3 अतिरिक्त लाइनें बनी हैं।
वहीं आज होने वाल मैच के लिए महिलाओं की सभी टिकट एक घंटे के अंदर बिकने के बाद ईरान ने अब 2022 में होने वाले वर्ल्ड कप की तैयारी शुरू कर दी है। ईरान ने 2022 फीफा वर्ल्ड कप क्वार्टर फाइनल के दौरान स्टेडियम में महिलाओं की सीट बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई हैं।
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