जुबिली न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में गठबंधन की सरकार चला रहे कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी फिलहाल गोवा में साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।
इस मामले में एनसीपी के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि गोवा विधानसभा चुनाव साथ लडऩे को लेकर कांग्रेस को प्रस्ताव दिया गया था लेकिन इस पर कांग्रेस की ओर से कोई जवाब नहीं आया।
प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि एनसीपी और शिवसेना गोवा विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे लेकिन सभी 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं खड़े करेंगे।
उन्होंने कहा कि चुनाव में उम्मीदवारों की पहली सूची कल जारी की जाएगी।
यह भी पढ़ें : सपा प्रवक्ता ने कहा-सिर्फ अखिलेश की रगों में मुलायम का खून, दूसरा कोई बेटा…
यह भी पढ़ें : चुनावों की घोषणा होते ही चलने लगी दल-बदल की बयार
यह भी पढ़ें : …तो फिर अखिलेश यादव यहां से लड़ेंगे विधान सभा चुनाव
शिवसेना नेता संजय राउत ने भी बुधवार को दिन में कहा कि उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन पर चर्चा की थी और शिवसेना और एनसीपी ने महाराष्ट्र की तरह गोवा में ‘महा विकास अघाड़ी’ बनाने की कोशिशें की थीं लेकिन कांग्रेस नेताओं को लगता है कि वो ख़ुद के दम पर बहुमत ले आएंगे।
We held discussions with Congress but no outcome came out of it. Shiv Sena and NCP tried to form a ‘Maha Vikas Aghadi’ like of Maharashtra in Goa but Congress leaders think they can get the majority on their own: Shiv Sena leader Sanjay Raut on Goa Assembly polls pic.twitter.com/pxTME9P3fM
— ANI (@ANI) January 19, 2022
इस पर महाराष्ट्र में कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने कहा है कि गठबंधन का फैसला हाई कमान का होता है। महाराष्ट्र में बीजेपी को रोकने के लिए सोनिया गांधी ने मदद की थी।
यह भी पढ़ें : UP Elections: चुनाव आयोग से सपा को इस मामले में दी राहत
यह भी पढ़ें : दो दिन की गिरावट के बाद फिर रफ़्तार पकड़ने लगा कोरोना
यह भी पढ़ें : गोवा में अमित पालेकर को CM पद का चेहरा बनाने के पीछे ‘AAP’ की क्या है रणनीति?
The high command takes the decision on it (alliance). To stop BJP in Maharashtra, Sonia Gandhi helped them. In other states, the Congress situation is good so there is no need to take them (Shiv Sena & NCP) together: Maharashtra Congress chief Nana Patole on Goa Assembly polls pic.twitter.com/Xx0ZVPbhr9
— ANI (@ANI) January 19, 2022
पटोले ने कहा कि “बाकी राज्यों में कांग्रेस की स्थिति अच्छी है तो इसलिए उन्हें (शिवसेना और एनसीपी) साथ लेने की जरूरत नहीं है।”