संजय सनातन
लखनऊ। सत्रहवीं लोकसभा के लिए पूरे देश में हुए चुनाव में करारी हार का सामना करने वाली कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी चकरा गये हैं क्या। वह जहां चौकीदार चोर है का नारा लगवाते-लगवाते, जनता की समस्याओं को लेकर मोदी सरकार को घेरने में विफल हो गये वहीं अब कांग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष के इस्तीफे को लेकर चल रही अटकलों पर विराम क्या लगायें दूसरे प्रियंका गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष नहीं बन सकती का बयान देकर पूरे देश एवं कांग्रेस पार्टी के लोगों को ही कानाफूसी करने का सुनहरा मौका दे दिये हैं।
राहुल के इस्तीफे की पेशकश पर देश के लोगों की टिकी हुई हैं निगाहें
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव में हार के बाद मंथन की कौन कहे। खुद राहुल गांधी ने ही इस्तीफे की पेशकश कर पूरे देश के लोगों एवं कांग्रेस पार्टी और अन्य विपक्षियों को इस रहस्य से पर्दा हटने को लेकर चर्चा के लिए मौका दे दिया है। हर जगह यही बात हो रही है कि आखिर राहुल गांधी इस्तीफा देंगे या इसी तरह का सस्पेंश चलता रहेगा। बहरहाल जहां भारतीय जनता पार्टी मोदी युग के दौर में खूब चहक व चमक रही है वहीं कांग्रेस अपने में ही भटकती नजर आ रही है।
प्रियंका राष्ट्रीय महासिचव बन सकती हैं तो अध्यक्ष क्यों नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर कि प्रियंका गांधी अध्यक्ष नहीं बन सकती हैं। इस पर जुबली पोस्ट डाट इन के संवाददाताओं ने कई वरिष्ठ कांग्रेसियों ने बातचीत किया तो उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बेबाकी से कहा कि यह गलत है। प्रियंका गांधी के नेतृत्व में बहुत ही दम है। फिर वह राष्ट्रीय महासिचव बन सकती हैं तो राष्ट्रीय अध्यक्ष क्यों नहीं बन सकती हैं।
राहुल अध्यक्ष के इस्तीफे को लेकर खुद नहीं साफ कर रहे तस्वीर
भारत देश में सत्रहवीं लोकसभा के गठन के बाद जहां प्रधानमंत्री मोदी एवं उनकी कैबिनेट को लेकर पूरे देश में चर्चाएं जोरों पर हैं वही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे को लेकर चल रहे सियासी ऊफान पर जुबली पोस्ट से बातचीत में कई राजनीतिक विश्लेषकों ने कहा कि यह खुद राहुल के दिमाक की उपज है। वह स्वंय ही तस्वीर साफ नहीं कर रहे हैं। जो करना हो वह कर जायं। इस पर बतंगढ़ क्यों बना रहे हैं।