जुबिली न्यूज़ डेस्क
काठमांडू । नेपाल सरकार ने भारत सरकार को पत्र लिखकर अपनी लगभग 20% आबादी के लिए कोविड-19 वैक्सीन की खरीद का अनुरोध किया है। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने हाल ही में भारत सरकार को पत्र लिखा है और अपनी 20% आबादी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए वैक्सीन (टीकों) की आपूर्ति का अनुरोध किया है।
भारत में नेपाली राजदूत नीलांबर आचार्य ने पिछले हफ्ते पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (सीआईआई) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की जो दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता है और जो ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की ओर से विकसित कोविड वैक्सीन का भी उत्पादन कर रहा है।
ये भी पढ़े: सरकार ने किसानों को फिर दी नई तारीख
ये भी पढ़े: अब चुटकियों में बुक होगा ट्रेन टिकट, क्योंकि IRCTC की वेबसाइट में होंगे ये फीचर्स
नेपाल के काठमांडू पोस्ट में छपी एक खबर के मुताबिक जल्द से जल्द टीके लगवाने के लिए नेपाल सरकार ने भारत से 20% नेपालियों के लिए वैक्सीन खरीद सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।
सूत्रों का कहना है कि नेपाल वैक्सीन की कीमत अदा करने के लिए भी तैयार है। भारत टीकों का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है। भारत निर्मित टीकों के अलावा सरकार अन्य देशों में बने टीकों पर भी नजर बनाए हुए है।
ये भी पढ़े: 7 साल बाद मैदान पर करेगा ये खिलाड़ी वापसी
ये भी पढ़े: वीडियो : तो तीसरे टेस्ट में होगी इस खिलाड़ी की वापसी
पहले चरण में नेपाल सरकार फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए टीकों का उपयोग करने की तैयारी कर रही है।कोविड-19 वैक्सीन सलाहकार समिति के समन्वयक श्याम राज उप्रेती ने कहा विभिन्न देशों और कंपनियों के लगभग 15 वैक्सीन उम्मीदवार तीसरे चरण के परीक्षणों में हैं।
उन्होंने कहा सरकार ने अधिकांश देशों को मदद के लिए और व्यक्तिगत कंपनियों को वैक्सीन की खरीद के लिए पत्र लिखे हैं। सरकार ने अनुमान लगाया है कि 52% आबादी का टीकाकरण करने पर 48 अरब रुपये खर्च होंगे।
नेपाल की कुल आबादी में से 15 की उम्र से नीचे के लोगों को टीका नहीं दिया जाएगा, क्योंकि इस उम्र के नीचे के लोगों पर लगाए जाने वाले टीकों का परीक्षण नहीं किया गया है।
ये भी पढ़े: कोरोना के नए स्ट्रेन से CM योगी सख्त, दिए ये निर्देश
ये भी पढ़े: राष्ट्रपिता के चम्मच- कटोरी की होगी नीलामी, क्यों इतनी ज्यादा है कीमत