जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. भारत और चीन के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच नेपाल ने भारत की नवनिर्मित सड़क में अपनी ज़मीन का आरोप लगाकर भारत और नेपाल के बीच जो तनाव का माहौल तैयार किया था उसके आने वाले दिनों में और बढ़ जाने के आसार नज़र आ रहे हैं.
नेपाल ने बिहार में चल रहे भारतीय पुल के निर्माण की ज़मीन को विवादित बताकर उसे रोक दिया था. नेपाल अब भारतीय सीमा से लगी अपनी सीमाओं में टेलीकॉम नेटवर्क को मज़बूत बनाने में लग गया है. नेपाल का दूरसंचार विभाग भारत सीमा के पास 4 जी नेटवर्क के लिए मोबाइल टावर लगाने का काम बहुत तेज़ी से कर रहा है.
नेपाल से लगी उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर नेपाली नेटवर्क अच्छा होने की वजह से बड़ी संख्या में भारतीय नेपाली कंपनियों में सिमकार्ड इस्तेमाल करते हैं. जानकारी के अनुसार इन इलाकों में भारतीय दूरसंचार कंपनियों से बेहतर नेटवर्क नेपाल की दूरसंचार कंपनियों से मिलता है. ऐसे में नेपाल के अधिकारी भारतीय सीमा पर बड़ी संख्या में मोबाइल टावर लगाकर 4 जी नेटवर्क को और बेहतर बनाने में लगे हैं.
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के नज़दीक नेपाल के गाँव छंगरू, तिनकर और व्यास में मोबाइल सिग्नल को बेहतर बनाने के लिए नेपाल काम कर रहा है. इस इलाके में छंगरू और व्यास में पहले भी मोबाइल टावर थे. जानकारी के अनुसार नेपाल के इन इलाकों में 3 जी नेटवर्क था जिसे अपग्रेड कर 4 जी किया जा रहा है.
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भारत-नेपाल तनाव के दौर में भारतीय सीमा पर दूरसंचार सर्विस की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में लगे नेपाल की हर हरकत पर भारतीय ख़ुफ़िया विभाग नज़र बनाए हुए हैं. अपने टेलीफोनिक नेटवर्क को बेहतर बनाने में नेपाल जिस तरह से चीन की मदद ले रहा है उससे संशय के बादल तो मंडरा ही रहे हैं. इसके पीछे नेपाल की मंशा क्या है इस बारे में आने वाले दिनों में ही पता चल पायेगा.