जुबिली स्पेशल डेस्क
असम और मिजोरम के बीच तनाव चरम पर है। आलम तो यह है कि दोनों के बीच लगातार हिंसक झड़प की खबरे लगातार देखने को मिल चुकी है। इसके साथ असम ने बड़ा कदम उठाते हुए कई सीमावर्ती इलाकों में मिजोरम के लिए ब्लॉकेड लगा दिए गए हैं।
इसकी वजह से मिजोरम को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक जरूरी सामान के लिए जूझना पड़ रहा है। इतना ही नहीं लोगों को पेट्रोल-डीजल भी एक लिमिट तय कर दी है।
दोनों के बीच तनाव का असर अब आम लोगों पर अच्छा खासा असर डालती नजर आ रही है। असम के ब्लॉकेड लगाए जाने के बाद मिजोरम की लगातार परेशानियां बढ़ती नजर आ रही है।
वहां से मिली जानकारी के अनुसार सभी पेट्रोल पंप पर राशनिंग शुरू कर दी गई है और कौन कितना पेट्रोल-डीजल भरवाएगा, इसकी लिमिट तय कर दी गई है।
जानकारी यह भी मिल रही है कि पेट्रोल-डीजल के लिए जिले के डिप्टी कमिश्नर की अनुमति भी लेनी होगी। मिजोरम के मुख्य सचिव ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा है कि राज्य में जरूरी सामानों की कमी होने लगी है।
मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा (Zoramthanga) ने केंद्र सरकार को भी जानकारी दे दी है। जोरामथंगा ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा था, ‘असम ने मिजोरम के खिलाफ नाकेबंदी कर दी है. केंद्र सरकार को तुरंत इसमें दखल देना चाहिए। ये दूसरा बर्लिन नहीं बनना चाहिए
ये लिमिट तय हुई
बताया जा रहा है कि मिजोरम में जिसके पास दोपहिया वाहन है उसके लिए प्रत्येक दिन केवल 3 लीटर पेट्रोल या डीजल मिलेगा। वहीं मीडियम प्राइवेट वाहनों के लिए 5 लीटर की लिमिट तय की गई है।
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