जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। बंगाल में दूसरे चरण के मतदान में एक दिन का वक्त बचा है। ऐसे में वहां पर सियासी घमासान और तेज हो गया है। बंगाल में किसकी बनेगी सरकार ये तो आने वाले दिनों में पता चल जायेगा लेकिन वहां पर जुब़ानी जंग भी खूब देखने को मिल रही है।
दरअसल ममता को सत्ता से बेदखल करने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। दूसरी ओर बीजेपी को ममता अपने अंदाज में जवाब दे रही है।
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने बंगाल में दूसरे चरण के मतदान से एक दिन पहले विपक्षी दलों के नेताओं को पत्र लिखकर एक बार फिर राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है। पत्र के माध्यम से ममता ने लोकतंत्र बचाने के लिए विपक्षी दलों से एकजुट होने के लिए कहा है।
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नंदीग्राम में चुनाव प्रचार मंगलवार शाम को खत्म होने के बाद टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने गैर-बीजेपी नेताओं को व्यक्तिगत रूप ने पत्र लिखा है। बताया जा रहा है कि इस पत्र में ममता ने लोकतंत्र को बचाने के लिए सभी विपक्षी दलों को बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने के लिए कहा है। जानकारी के मुताबिक उनकी ओर से 15 गैर-बीजेपी नेताओं को यह पत्र लिखा गया है।
क्या लिखा है पत्र में
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पत्र में कहा है कि मेरा मानना है कि लोकतंत्र और संविधान पर बीजेपी के हमलों के खिलाफ एकजुट और प्रभावी संघर्ष का समय आ गया है।
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ममता ने इनको लिखा है पत्र
ममता ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं के साथ-साथ 5 मुख्यमंत्रियों समेत कई नेताओं को पत्र लिखा है कि कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के अलावा ममता बनर्जी ने एनसीपी नेता शरद पवार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी के अलावा केएस रेड्डी, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और श्री दीपांकर भट्टाचार्य को भी पत्र लिखा है। अब देखना होगा कि ममता के इस पत्र का देश के विपक्षी नेताओं पर क्या असर होता है।
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