विवेक अवस्थी
लखनऊ। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लगा था। दरअसल कई राज्यों में हुए उपचुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा।
अगर बात घोसी उपचुनाव की करे तो यहां पर बीजेपी को बड़ा जख्म सपा ने दिया था। सपा ने घोसी उपचुनाव में बड़े अंतर से बीजेपी को धूल चटायी।
हालांकि बीजेपी ने ऐसे परिणाम की उम्मीद नहीं की थी क्योंकि वहां पर लगातार बीजेपी के बड़े नेता दारा सिंह के लिए वोट मांगे थे लेकिन जनता ने दारा सिंह के बजाये साइकिल पर भरोसा जताया है। घोसी उप चुनाव ने एक बार फिर सपा की साइकिल को नई राह दिखाने का जरूर काम किया है।
अखिलेश यादव और शिवपाल यादव की जोड़ी की वजह से बीजेपी को इतनी बड़ी हार का झेलनी पड़ी। हार के बाद दोनों तरफ से बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया।
अपने बयानों से हमेशाा चर्चा में रहने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बड़ा बयान दिया था और भरोसा जताया था कि वो फिर से यूपी सरकार में मंत्री बनेंगे लेकिन फिलहाल ऐसा नजर नहीं आ रहा है।
इतना ही नहीं यूपी में योगी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कयासों का दौर जारी है लेकिन अभी तक इस पर योगी सरकार की तरफ से कुछ नहीं कहा है। ओम प्रकाश राजभर मंत्री बनने का सपना देख रहे हैं तो दूसरी तरह घोसी में हार के बाद भी दारा सिंह चौहान ने हार नहीं मानी है और दिल्ली जाकर मंत्री बनने के लिए गुहार लगा रहे हैं लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार पर अभी तक किसी के पास कोई ठोस जानकारी नहीं हैं।
राजनीतिक के जानकारों की माने तो जब राजभर मंत्री बनने की बात मीडिया में कहते रहेंगे तब तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होगा क्योंकि योगी फिलहाल मंत्रिमंडल का विस्तार करना नहीं चाहते हैंं।
घोसी में मिली हार पर योगी ने चुप्पी साध रखी है लेकिन ये किसी से छुपा नहीं हैं ये हार कही न कही ओमप्रकाश राजभर के बयानों की वजह से भी हुई। ओमप्रकाश राजभर के ज्यादा बड़बोलेपन की कीमत घोसी उप चुनाव में बीजेपी को चुकानी पड़ी है। इतना ही नहीं योगी ने राजभर के बेतुके बयानों पर नराजगी जतायी थी और ऐसे में उनको कैसे मंत्रिमंडल में शामिल करें ये एक बड़ा सवाल है।