जुबिली स्पेशल डेस्क
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस राज्यों के चुनाव में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी है। इतना ही नहीं उसकी तीन राज्यों में सरकार है, जहां पर उसने अपने बल पर सरकार बनायी है। हिमाचल प्रदेश ऐसा राज्य है, जहां पर कांग्रेस की सरकार है और वो अपने बल पर सरकार चला रही है।
सुक्खू सरकार चल रही है लेकिन अब वो ‘यूपी की योगी सरकार’ के नक्शेकदम पर चलती नजर रही है। अब आप सोच में पड़ सकते हैं कि योगी सरकार के नक्शेकदम पर कैसे चल रही है।
दरअसल जिस हिंदुत्व वाले एजेंडे के खिलाफ कांग्रेस पार्टी और उसके बड़े नेता रहे हैं वहीं सुक्खू सरकार हिंदुत्व वाले एजेंडे को अपनाने के चक्कर में है।
दरअसल अब यूपी की तरह हिमाचल प्रदेश में भोजनालय और फास्ट फूड की रेहड़ी पर दुकान मालिक की आईडी लगाने का फरमान जारी किया गया है।
इसकी जानकारी खुद हिमाचल की कांग्रेस सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को सोशल मीडिया पर दी है और लिखा है कि हिमाचल में भी अब उत्तर प्रदेश की तरह हर भोजनालय और फास्ट फूड की रेहड़ी पर दुकान मालिक की आईडी लगाई जाएगी, ताकि लोगों को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो। इसके लिए शहरी विकास विभाग और नगर निगम की बैठक में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
अब सवाल है कि कांग्रेस को इसकी क्या जरूरत पड़ गई और पार्टी के अलग स्डैंड से क्यों चलना पड़ रहा है। इतना ही नहीं हिमाचल प्रदेश में हिंदुत्व की सियासत की नई कहानी देखने को मिल रही है। हिमाचल की जनसंख्या में 97 फीसदी आबादी हिंदुओं की है जबकि मुस्लिम समुदाय सिर्फ 2.1 फीसदी है।
ऐसे में हिमाचल कांग्रेस पार्टी को अब भविष्य की चिंता सता रही है और अपने वोट बैंक को और मजबूत किया जाये, इसको लेकर पार्टी के नेता फोकस कर रहे हैं और इसी को ध्यान में रखकर फैसले किये जा रहे हैं।