जुबिली स्पेशल डेस्क
बिहार में चुनाव करीब है। कोरोना काल में कब चुनाव होगा अभी तय नहीं है लेकिन राजनीतिक दल चुनाव को ध्यान में रखकर अपनी तैयारी को अंतिम रूप देने में लगे हुए है। बीजेपी को रोकने के लिए लालू की पार्टी ने कमर कस ली है।
दूसरी ओर नीतीश कुमार दोबारा सत्ता में लौटने का सपना देख रहे हैं। कोरोना काल में बिहार लगातार पिछड़ रहा है। कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और रही सही कसर अब बाढ़ ने पूरी कर दी है।
ऐसे में नीतीश सरकार के लिए कोरोना और बाढ़ दोनों आफत बनकर सामने आई है। हालांकि नीतीश दोबारा सत्ता में लौटने के लिए रणनीति बनाने में जुटे जरूर है लेकिन विपक्ष ने नीतीश के खिलाफ मोर्चा खोलकर रख दिया है। तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को घेरेत हुए अपने पहले ट्वीट में लिखा कि वीडियो में देखिए।
पटना में बैठकर 509 करोड़ की लागत के जिस पुल का अभी नीतीश कुमार जी उद्घाटन कर रहे है उसका पहुंच मार्ग वास्तविक लोकेशन पर धंस रहा है। अब इससे ज़्यादा भ्रष्टाचार का बड़ा सबूत क्या होगा? कोई पुल उद्घाटन के दिन, कोई उद्घाटन के पहले और कोई उद्घाटन के 29 दिन बाद टूट जाता है।
वीडियो में देखिए। पटना में बैठकर 509 करोड़ की लागत के जिस पुल का अभी नीतीश कुमार जी उद्घाटन कर रहे है उसका पहुँच पथ वास्तविक लोकेशन पर धँस रहा है।अब इससे ज़्यादा भ्रष्टाचार का बड़ा सबूत क्या होगा?कोई पुल उद्घाटन के दिन,कोई उद्घाटन के पहले और कोई उद्घाटन के 29 दिन बाद टूट जाता है। pic.twitter.com/LVvfXmuZCi
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 12, 2020
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने नीतीश सरकार को घेरा है और कहा है कि नेताओं का जो पाप है, वह जनता को भुगतना पड़ रहा है।
बिहार के 14 जिले बाढ़ ग्रस्त हैं और बाढ़ पीडि़तों के हालात मैं देखते आ रहा हूं। कहीं नाव की व्यवस्था नहीं है, कहीं चापाकल नहीं है, तो कहीं शौचालय नहीं है। उन्होंने कहा, कि इन नेताओं को जनता के दर्द का एहसास तब होगा जब वे भी रात भर बांध के ऊपर पानी के बगल में टेंट लगाकर रहेंगे और सांप को देखते हुए मौत का भय महसूस करेंगे।
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दूसरी ओर लोक जनशक्ति पार्टी के बीजेपी के साथ गठबंधन है लेकिन इस पार्टी ने भी अब नीतीश के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने आरोप लगाया कि बिहार सरकार कोरोना संकट और बाढ़ से निपटने में फेल हो रही है। बिहार में बाढ़ को लेकर बिहारवासी हर साल ऐसी तस्वीर देखते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 साल से सत्ता में है। उन्हें अच्छा खासा अनुभव है। फिर भी क्या बदलाव आया?
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बता दें कि इससे पहले भी कई मौकों पर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने नीतीश की कड़ी आलोचना कर चुके हैं। चिराम पासवान के हमले के बाद जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने जवाब देते हुए कहा कि लोजपा तो कभी हमारे साथ रही ही नहीं, न 2005 में, न 2010 और न ही 2015 के विधानसभा चुनाव में।
जदयू का गठबंधन लोजपा से नहीं भाजपा के साथ है। कुल मिलाकर बिहार में सत्ता हासिल करने के लिए अब जुब़ानी जंग तेज हो गई है। हालांकि लालू कीराष्ट्रीय जनता दल लगातार नीतीश को घेर रही है और सरकार की नाकामी को जनता के सामने ला रही है।