जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी इस वक्त बुरे दौर से गुजर रही है। राजनीति में नई पार्टी को दिल्ली की सत्ता बहुत जल्द मिल गई थी लेकिन अब समीकरण पूरी तरह से बदल गए है और दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को बुरी तरह से पराजित किया।
इतना ही नहीं बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से पराजित कर सबको चौंका डाला। दिल्ली की हार का असर पंजाब में दिखने लगा है।
बता दें कि एक दौर थ जब दोनों ही राज्यों में कांग्रेस की सरकार हुआ करती थी लेकिन आम आदमी पार्टी के उदय होने के बाद दोनों ही राज्यों से कांग्रेस की सरकार चली गई। अगर देखा जाये तो आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को खत्म करने का काम किया है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने पंजाब सरकार को लेकर एक बड़ा दावा कर डाला है।
कांग्रेस के अनुसार पंजाब में मान सरकार को भी दिल्ली से चलाया जा रहा है। इसको बल तब मिला जब भगवंत मान अपनी कैबिनेट के साथ केजरीवाल के साथ मिलने के लिए पंजाब से दिल्ली आ रहे हैं।
जानकारी मिल रही है कि पंजाब में अमृतसर, जालंधर, लुधियाना के अलावा बॉर्डर बेल्ट के कई ऐसे विधायक हैं जो मुख्यमंत्री भगवंत मान से लंबे अरसे से नाराज़ चल रहे हैं।
सीएम से नाराज विधायकों की संख्या लगभग 17-18 है। ये नाराज़ विधायक अरविंद केजरीवाल के साथ अलग से मुलाक़ात कर सकते हैं। इससे पंजाब की सियासत गरमा गई है।
कहा तो ये भी जा रहा है कि अगर इस मामले को जल्द सुलक्षाया नहीं गया तो महाराष्ट्र वाली स्थिति हो सकती है, जहां पर शिंदे ने बगावत कर ठाकरे से अलग होकर बीजेपी की मदद से सरकार बना डाली थी। ऐसे में केजरीवाल इस बात को समझ रहे हैं और सबके साथ मिलकर इस पूरे मामले को ठीक करना चाहते हैं ताकि पंजाब की सरकार बच जाये।