नेशनल डेस्क
नई दिल्ली। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की गोद ली हुई बेटी हनीप्रीत अपने ‘पिता’ से मिलने के लिए बेताब है। सूत्रों के अनुसार हनीप्रीत ने राम रहीम से मिलने के लिए लगातार 3 बार जेल प्रशासन को पत्र लिखा है लेकिन हर बार उसकी अर्जी खारिज कर दी गई।
हनीप्रीत के वकील और सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह का कहना है कि अब हनीप्रीत जेल से बाहर है और उसे जेल के अंदर किसी से भी मिलने पर रोक नहीं लगानी चाहिए। ये उसका मौलिक अधिकार है।
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बता दे कि हनीप्रीत का नाम अगस्त 2017 में डेरा प्रमुख की सजा के बाद पंचकूला में हिंसा भड़काने की साजिश रचने के आरोप में आया था। वह आखिरी बार राम रहीम से उस दिन मिली थी, जब राम रहीम के खिलाफ फैसला सुनाया गया था।
हनीप्रीत का मूल नाम प्रियंका तनेजा है, उसे पंचकुला अदालत से जमानत मिलने के बाद 6 नवंबर को अंबाला जेल से रिहा किया गया था। इसके बाद वह सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा पहुंची और तब से उसने अपने ‘पिता’ से मिलने के लिए कई प्रयास किए।
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हनीप्रीत के करीबी सूत्र की माने तो उसने शुक्रवार और सोमवार को रोहतक जेल में राम रहीम से मिलने की कोशिश की लेकिन जेल प्रशासन ने उसे डेरा प्रमुख से मिलने की अनुमति नहीं दी। सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर ऐसा क्या है जो हनीप्रीत बार- बार गुरमीत राम रहीम से मिलने के प्रयास में जुटी है।