जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। दिल्ली उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सुर्खियों में है। इतना ही नहीं दिल्ली में कथित शराब घोटाले को लेकर सीबीआई की जांच में उनपर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है तो दूसरी ओर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा दायर मानहानि मामले में कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को पेश होने के लिए कहा है।
कोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार 29 सितंबर को पेश होने को कहा गया है। असम के मुख्यमंत्री ने सिसोदिया के खिलाफ 30 जून को कामरूप (ग्रामीण) सीजेएम कोर्ट में आपराधिक मानहानि का केस दायर किया था।
क्या है पूरा मामला
मनीष सिसोदिया ने 4 जून को प्रेस वार्ता की थी। इस प्रेस वार्ता में उन्होंने पीपीई किट के ठेके में भ्रष्टाचार का गम्भीर आरोप लगाया था। सिसोदिया ने आरोप लगाया था कि कोरोना काल में हिमंता बिस्वा सरमा की पत्नी की कंपनी को गलत तरीके से पीपीई किट के ठेके दिलाए थे। मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया था कि हिमंत बिस्वा सरमा ने अपनी पत्नी की कंपनी को ठेका दिया।
उन्होंने पीपीई किट्स के लिए ज्यादा रुपए का भुगतान कराया। उन्होंने दावा किया था कि उनके पास इसके सबूत हैं। इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा था कि ये सब भ्रष्टाचार कोविड की आड़ में किया गया है। इस दौरान उन्होंने एक मीडिया रिपोर्ट का जिक्र किया था।
उन्होंने कहा था कि असम के वर्तमान सीएम हिमंत बिस्वा सरमा जो 2020 में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री थे, तब उन्होंने कोविड की आड़ में जमकर भ्रष्टाचार किया है। उस समय उन्होंने अपने स्वास्थ्य विभाग से पीपीई किट्स खरीदने के ठेके जारी किए।
उन्होंने दावा किया कि असम सरकार ने दूसरी कंपनियों से 600 रुपए की दर से पीपीई किट खरीदी जबकि सरमा ने अपनी पत्नी और बेटे के हिस्सेदारी वाली कंपनी को एक किट के लिए 990 रुपए दिए। वही हिमंता बिस्वा सरमा और उनकी पत्नी ने इन आरोपों से इनकार कर दिया।