जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। आपको सोना खरीदना हो या न खरीदना हो, लेकिन इसकी कीमत को लेकर आपको हमेशा दिलचस्पी रहती होगी। सोने की कीमत में इन दिनों काफी उतार- चढ़ाव देखा जा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान सोने की कीमतों ने अचानक आसमान छू लिया था। हालांकि इसके बाद कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। लेकिन जो रिपोर्ट्स मिल रही है उसके अनुसार त्योहार के मौसम से पहले अचानक सोने की कीमतें बढ़ सकती है।
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रिपोर्ट्स की माने तो जानकार कहते हैं कि सोने में उत्पादन में कमी होने वाली है। इसका असर आने वाले दिनों में पीली धातु की कीमतों पर पड़ सकता है। इस कारण सोने के भाव में बड़ा उछाल दिख सकता है। दरअसल कोरोना संक्रमण के कारण दुनिया की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था गिरने के कारण दुनियाभर में सोने की मांग तेजी से बढ़ी है। वहीं दूसरी तरफ सोने की खदानों से सोने की आपूर्ति काफी कम होती जा रही है। ये आने वाले समय में दुनियाभर के लिए मुश्किल पैदा कर सकता है। सोने की आपूर्ति कम होगी और मांग ज्यादा होगी तो जाहिर सी बात है इसकी कीमतें आसमान छूने लगेंगी।
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विश्व स्वर्ण परिषद के अनुसार, साल 2019 में सोने की धातु का कुल उत्पादन 3531 टन हुआ था। साल 2019 में हुआ उत्पादन साल 2018 की तुलना में एक फीसदी कम था। साल 2008 के बाद ये पहली बार हुआ था कि सोने के उत्पादन में कमी आई थी। कहा जा रहा है कि आने वाले कुछ सालों में सोने के खादान से उत्पादन क्षमता काफी कम हो जाएगी।
दरअसल अभी के खादानों का पूरी तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं नए खादानों की कमी होती जा रही है। जब नए खादान मिलेंगे नहीं और पुराने खादानों के सोने कम होते जाएंगे तो जाहिर है कि सोने की आपूर्ति घटेगी, जो सोने की बढ़ती कीमत के लिए जिम्मेदार होगी।
अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक दुनियाभर में अभी सोने का भंडार 500,000 टन है। इसमें से 1,90,000 टन सोना निकाला जा चुका है। वहीं दूसरी तरफ नए सोने के खदान बहुत कम मात्रा में मिल रहे हैं। इस कारण भविष्य में भी पुराने खदानों पर ही निर्भरता ज्यादा होगी। यह सोने की बढ़ती कीमतों का कारण बनेंगी?
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