जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी के सात विधायकों के बागी हो जाने के मुद्दे पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने जिस तरह से समाजवादी पार्टी के एमएलसी को हराने के लिए बीजेपी की मदद का एलान किया उसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर मायावती से जो सवाल पूछा वह सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है.
राज्यसभा चुनाव में पार्टी व्हिप का उल्लंघन कर समाजवादी पार्टी के पाले में खड़े हो जाने वाले अपने सात विधायकों को सस्पेंड करने के बाद मायावती ने समाजवादी पार्टी के एमएलसी को हराने के लिए बीजेपी को समर्थन देने का एलान कर दिया. मायावती के इस वीडियो पर ट्वीट करते हुए प्रियंका गांधी ने सवाल उठाया कि इसके बाद भी कुछ बाकी है.
राजस्थान में राजनीतिक संकट के समय में भी मायावती बीजेपी के साथ खड़ी नज़र आयी थीं तब प्रियंका गांधी ने उन्हें बीजेपी की अघोषित प्रवक्ता करार दिया था. हाथरस मामले के बाद भी मायावती के बयान पर प्रियंका ने उन्हें घेरा था.
इसके बाद भी कुछ बाकी है? pic.twitter.com/WGNxMWq9gh
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 29, 2020
उल्लेखनीय है कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानपरिषद चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को हराने के लिए बीजेपी की मदद की बात कही है. मायावती ने कहा कि सपा प्रत्याशी को हराने के लिए हम पूरी ताकत झोंकेंगे.
याद रहे कि बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ा था. उसका फायदा भी उन्हें मिला लेकिन चुनाव में अपने सांसद जिताने के बाद उन्होंने सपा से रिश्ता खत्म कर लिया था.
यह भी पढ़ें : जानिये कौन है फेसबुक का नया पालिसी प्रमुख
यह भी पढ़ें : चीन सीमा पर लैंड माइन में विस्फोट, उत्तर कोरिया के दर्जनों सैनिकों की मौत
यह भी पढ़ें : अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष के घर पर NIA का छापा
यह भी पढ़ें : डंके की चोट पर : घर-घर रावण दर-दर लंका इतने राम कहाँ से लाऊं
लोकसभा चुनाव से पहले एक ज़माने से सपा-बसपा के बीच तलवारें खिंची हुई थीं. अखिलेश यादव ने इस चुनाव के ज़रिये पुरानी तल्खियाँ कम की थीं लेकिन चुनाव में सपा का फायदा उठाने के बाद मायावती सपा का हाथ छुडाकर चली गईं. राज्यसभा चुनाव में बसपा के साथ जो हुआ वह उसी का जवाब था.