जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। बीजेपी भले ही इस वक्त सत्ता में हो लेकिन आने वाले दिनों में उसको कांग्रेस से चुनौती मिल सकती है। दरअसल जब से राहुल गांधी सडक़ पर निकले और जनता से सीधे संवाद कर रहे हैं वो शायद मोदी सरकार की नींद उड़ाने के लिए काफी है।
कल तक जिस कांग्रेस को लेकर बीजेपी गम्भीर नहीं थी वो आज नौ राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर इसलिए गम्भीर है क्योंकि कांग्रेस अब पुराने दौर में लौटने की राह पर है।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बीजेपी पर दबाव बनाने का काम किया है। ऐसे में बीजेपी अब ये डर सता रहा है कि कही ऐसा न हो नौ राज्यों में होने वाले चुनाव में उसको मुंह की न खानी पड़े।
इस वजह से वक्त रहते हीं वो चुनावी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसका असर साफ देखने को मिल रहा है। इस वजह से पीएम मोदी से लेकर अमित शाह नौ राज्यों में होने वाले चुनाव पर पूरा फोकस लगा रहे हैं। इतना ही नहीं अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कुछ अहम फैसले भी लिए गए लेकिन पीएम मोदी ने इस दौरान राष्ट्रीय कार्यकारिणी जो बाते कही है उस पर गौर करना बेहद जरूरी है।
पीएम मोदी ने मुस्लिम समाज को लेकर बड़ा बयान दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में सभी मजहबों के कमज़ोर तबके तक पहुंच बनाने और अपनी सरकार की योजनाएं उनके बीच ले जाने की बात कही। बीजेपी नेताओं को निर्देश देते हुए मोदी ने कहा कि हमारी मेहनत में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”बोहरा, पसमंदा और पढ़े लिखे मुस्लिमों तक भी हमें सरकार की नीतियां लेकर जानी हैं. हमें समाज के सभी अंगों से जुडऩा है और उसे अपने साथ जोडऩा है। उन्होंने पदाधिकारियों को कहा कि समाज के सभी वर्गों तक पहुंचा जाए।
यह प्राथमिकता होनी चाहिए.पीएम मोदी ने मंगलवार (17 जनवरी) को बैठक में कहा कि,एक नेता हैं जो फिल्मों पर बयान देते रहते हैं, उनके बयान टीवी पर चलते रहते हैं। उन्हें लगता है वे नेता बन रहे हैं, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी उन्हें फोन किया, लेकिन वे मानते नहीं हैं। क्या जरूरत है हर फिल्म पर बयान देने की। कुल मिलाकर बीजेपी की पूरी कोशिश है वो नौ राज्यों में जीत हासिल करें।