न्यूज डेस्क
रस्सी जल गई, मगर बल नहीं गया। यह मुहावरा समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर से सांसद आजम खान पर सटीक बैठता है। अपने बड़बोलेपन की वजह से विवादों में रहने वाले आजम पर मुकदमों की झड़ी लगी हुई है लेकिन उनके तेवर कम होने का नाम नहीं ले रहे।
आजम खान आज करीब एक महीने बाद अपने संसदीय क्षेत्र में पहुंचे। यहां पर उन्होंने अपने समर्थकों के साथ ईद-उल-जुहा की नमाज अता की। इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई और अपने ऊपर दर्ज मुकदमों पर वह जमकर भड़के। आजम एकबार फिर अपने पुराने तेवर में आ गए और अधिकारियों को धमकी देते हुए कहा कि हमेशा एक सा वक्त नहीं रहता।
अफसरों पर भड़कते हुए आजम खान ने धमकी भरे लहजे में कहा कि हमेशा एक सा वक्तनहीं रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने 40 रूलिंग ऐसी दी हैं, जिनेमें तीन साल के बाद किसी को यह कहने का हक नहीं कि किसी का कब्जा है। उन्होंने कहा कि सैकड़ों एकड़ जमीन खरीदने वाला ट्रस्ट पौने चार बीघा जमीन की बेईमानी क्यों करेगा?
आजम ने कहा कि हमारे ऊपर कोई मुकदमा नही है। सारे मुकदमे यूनिवर्सिटी और स्कूलों के ऊपर हैं। सपा नेता ने तल्ख अंदाज में कहा कि आपके हाथों में झाड़ू देना है…आपसे गुलामी कराना है। आपके हाथों में कलम कौन आने देगा? आजम खान ने कहा कि गैरों की शिकायत क्यों करते हो, अपनों से सवाल किया करो।
योगी सरकार पर निशाना साधते हुए आजम खान ने कहा कि अदालत के फैसले को नहीं सुना जा रहा है। हाईकोर्ट डीएम और एसपी को नोटिस जारी कर रहा है। भड़के आजम ने कहा कि यूनिवर्सिटी का गेट गिरा दिया गया, डाका डाला गया। आपको नहीं पता चलेगा कि हाईकोर्ट और अदालतें क्या कह रही हैं?
आजम ने इस कार्रवाई को चुनावी बताया। उन्होंने कहा कि सिवाय हैरत करने के और कुछ नहीं कहा जा सकता। यह सिर्फ लोकसभा का इलेक्शन जीतने के लिए किया गया। अब विधानसभा का उपचुनाव सामने है…ये जुल्म करके और यूनिवर्सिटी बर्बाद करके इलेक्शन जीत लेंगे क्या?
गौरतलब है कि आजम खान पिछले एक पखवारे से विवादों में हैं। पहले लोकसभा में महिला बीजेपी सांसद पर अभद्र टिप्पणी करने की वजह से उनकी खूब किरकिरी हुई तो वहीं रामपुर में उनकी यूनिवर्सिटी और स्कूलों पर कई मुकदमें दर्ज हुए है।