न्यूज डेस्क
आस्ट्रेलिया के मशहूर शहर सिडनी में इन दिनों हर शख्स परेशान है। आसमान में धुआं छाया हुआ है। दिन में रात जैसा एहसास हो रहा है। लोग घरों से कम निकल रहे हैं, निकल भी रहे हैं तो मास्क लगाकर।
दरअसल ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग के कारण उसके सबसे बड़े और खूबसूरत शहर सिडनी की हवा दिल्ली से भी ज्यादा खराब हो गई है। हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। लोगों का दम घुटने लगा है। धुएं की वजह से आंखें जल रही हैं और लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है।
शहर में फेरी सर्विस को बंद कर दिया गया है और लोगों को स्वास्थ्य संबंधी चेतावनी दे दी गई है। सिडनी ओपेरा हाउस और हार्बर ब्रिज धुंध की मोटी चादर की वजह से ठीक से दिखाई भी नहीं दे रहे।
10 दिसंबर को सिडनी में न्यू साउथ वेल्स और क्वींसलैंड के बीच हुए एक घरेलू क्रिकेट मैच के दौरान खिलाडिय़ों ने भी खराब हवा की शिकायत की। न्यू साउथ वेल्स के गेंदबाज स्टीव ओ कीफ ने कहा कि हालात भारत से भी कहीं ज्यादा खराब हैं।
क्वींसलैंड की अगुवाई करने वाले ऑस्ट्रेलिया के एक अन्य अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी उस्मान ख्वाजा ने भी कहा कि हालात उन्हें भारत की याद दिला रहे हैं। उनका कहना था, वहां सांस लेने में बहुत मुश्किल हो रही थी। चारों ओर धुआं-धुआं था। मैं पांच ओवर तक ही मैदान पर रहा लेकिन इतनी ही देर में ऐसा लग रहा था कि गले में कुछ फंस गया है। मुझे तो बॉलरों को देखकर ही हैरानी हो रही थी।’
आलम यह है कि धुंए की वजह से सिडनी का मशहूर ओपेरा हाउस दिखाई नहीं दे रहा है। साथ ही हार्बर ब्रिज और बोंडी बीच भी धुंए से घिरे हुए हैं। गर्मी और धुएं के कारण बच्चों को लंच के दौरान कक्षाओं में ही रहने का आदेश दिया गया है। अभिभावकों को बिना मास्क लगाए बच्चों को स्कूल भेजने से मना किया गया है। न्यू साउथ वेल्स के एंबुलेंस सुपरिटेंडेंट के मुताबिक, पैरामेडिक्स हर दिन सांस की तकलीफ से जुड़ी 100 से ज्यादा कॉल्स अटेंड कर रहे हैं। प्रशासन ने लोगों को कहा है कि वह ज्यादा से ज्यादा घरों में ही रहे।
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर जंगलों में लगी आग लगातार भयानक रूप लेती जा रही है। दमकलकर्मी इसे बुझाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। हालांकि, इसमें अब तक ज्यादा सफलता नहीं मिल पाई है। आग का धुआं शहरों में पहुंच रहा है। सिडनी में तो यह धुआं इतना घना हो गया है कि घरों और ऑफिसों में लगे फायर अलॉर्म बजे जा रहे हैं।
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