जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। राहुल गांधी इन दिनों काफी सुर्खियों में है। दरअसल उनकी संसद सदस्यता रद्द हो गई है। उनकी संसद सदस्यता रद्द इसलिए हो गई क्योंकि गुजरात की सूरत कोर्ट से आपराधिक मानहानि के मामले में सजा मिली है। संसद से अयोग्य घोषित होने के बाद शनिवार को राहुल गांधी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने शनिवार को कहा था, ‘‘मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते हैं। ‘
अब शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार पर राहुल गांधी के इस बयान पर कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा है कि वह हिंदुत्व विचारक वी.डी. सावरकर को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कहा कि वह सावरकर का अपमान करने से बचें।
उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) तीन दलों -शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)-का गठबंधन है, जिसे लोकतंत्र की रक्षा के लिए बनाया गया था और इसके लिए एकजुट होकर काम करना जरूरी था।
मालेगांव में एक रैली को संबोधित करते हुए ठाकरे ने यह भी कहा कि जानबूझ कर राहुल गांधी को उकसाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सावरकर हमारे आदर्श हैं और उनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमें अपने लोकतंत्र की रक्षा के लिए मिलकर लडऩा होगा. सावरकर ने 14 साल तक अंडमान जेल में अकल्पनीय यातनाएं झेलीं. हम केवल पीड़ाओं को पढ़ सकते हैं. यह बलिदान एक प्रतीक है।”
राहुल गांधी ने कहा था , “मैं किसी चीज से नहीं डरता हूं, आप मुझे जेल में डालकर नहीं डरा सकते, ये मेरा इतिहास नहीं है… मैं हिंदुस्तान के लिए लड़ता रहूंगा। संसद में मुझे बोलने नहीं दिया गया, मैंने संसद के स्पीकर को चिट्ठी भी लिखी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।”
राहुल गांधी ने कहा कि संसद से मेरे भाषण हटाया गया, लेकिन मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा.राहुल गांधी ने कहा, “मैंने पहले भी कहा है सब समाज एक हैं, सबको एक होकर चलना है, भाईचारा होना चाहिए, सबमें प्यारा होना चाहिए। नफरत नहीं होनी चाहिए, हिंसा नहीं होनी चाहिए, ये ओबीसी का मामला नहीं है, ये मोदी जी और अडानी जी के रिश्ते का मामला है, मुझे तो इस बात का जवाब चाहिए कि अडानी जी को 20 हजार करोड़ कहां से मिले?”