- अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान के तेज होने की संभावना है
- चक्रवात की वजह से भारी बारिश की आशंका जताई गई है
जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के तांडव के बीच देश के कई राज्यों में एक नई मुसीबत ने दस्तक दे दी है। दरअसल भारतीय मौसम विभाग ( (IMD)) ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कुछ हिस्सों में चक्रवात ‘गुलाब’ को लेकर एक चेतावनी जारी किया है।
मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र शनिवार को चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ का रूप धारण कर लिया और किसी वक्त तबाही मचा सकता है।
आईएमडी के तूफान चेतावनी प्रभाग ने इसको लेकर बड़ी जानकारी दी है और राज्यों को अलर्ट किया है। इसके अनुसार चक्रवाती तूफान के पश्चिम की ओर बढऩे और रविवार शाम को उत्तरी आंध्र प्रदेश के कलिंगपत्तन और दक्षिणी ओडिशा के गोपालपुर तट के बीच से गुजरने के आसार बढ़ गए है।
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आईएमडी ने न्यूज एजेंसी को बताया है कि उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना कम दबाव का क्षेत्र पिछले छह घंटों में सात किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम की ओर बढ़ा है और यह ताकतवर होकर चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ में बदल गया है।
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उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे दक्षिण ओडिशा के लिए चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ बड़ा खतरा बनकर सामने आ सकता है। ऐसे में अलर्ट रहने की पूरी जरूरत है। वहीं इसको देखते हुए आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके 26 सितंबर तक कलिंगपट्टनम के आसपास दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों को पार करने की संभावना है
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भारतीय मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने न्यूज़ एजेंसी को इस चक्रवर्ती तूफान की विस्तार से जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि चक्रवर्ती तूफान के तहत आंध्रप्रदेश और ओड़िशा के लिए चेतावनी जारी की गई है, अनुमान है कि तूफान गुलाब दक्षिण ओड़िशा और उत्तर आंध्रप्रदेश के तटीय इलाके कलिंगापटनम के पास 26 सितंबर की शाम को लैंडफॉल करेगा. इस दौरान हवाएं 70-80 किमी प्रति घण्टा की रफ्तार से चल सकती हैं।
क्या है ऑरेंज अलर्ट
बता दें कि जब भी मौसम बेहद खराब स्थिति में नजर आता है तब ऑरेंज अलर्ट के रूप में चेतावनी दी जाती है। इस दौरान सडक़ और रेल यातायात बंद होने और बिजली आपूर्ति बाधित होने का बड़ा खतरा रहता है।