जुबिली स्पेशल डेस्क
भारतीय हॉकी टीम ने अगले साल यूनाइटेड किंगडम में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स को लेकर बड़ा कदम उठाया है। जानकारी के मुताबिक भारतीय टीम ने इस खेल से अपना नाम वापस लेने का फैसला लिया है।
अब ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि भारत ने ऐसा क्यों किया है। इसका जवाब है कोरोना वायरस। दरअसल यूके में कोरोना के बढ़ते मामलों और वहां के गंभीर हालात को देखते हुए भारतीय हॉकी टीम ने अपना नाम वापस लेने का बड़ा कदम उठाया।भारत की पुरुष व महिला हॉकी टीम दोनों इस टूर्नामेंट हिस्सा नहीं लेंगी।
हॉकी इंडिया ने अपने बयान में क्या कहा
हॉकी इंडिया इस पूरे मामले पर एक बयान जारी किया है। इस बयान में कहा गया है कि पूरे यूरोप में इंग्लैंड कोरोना से सबसे प्रभावित देश है, ऐसे में अगले साल वहां कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेना सही नहीं होगा।
जरूरी बात यह है कि भारतीय हॉकी टीम ने यह कदम तब उठाया जब वहां पर जब इंग्लैंड ने भारतीयों के लिए 10 दिन का क्वारनटीन फिक्स किया गया है।
क्या है ब्रिटेन में मौजूदा ट्रैवल नियम?
ब्रिटेन की यात्रा के संबंध में फिलहाल लाल, एम्बर और हरे रंग की तीन अलग अलग सूचियां बनाई गई हैं। खतरे के अनुसार अलग-अलग देशों को अलग अलग सूची में रखा गया है।
जो देश रेड लिस्ट में है वहां से आने वाले यात्रियों को ब्रिटेन पहुंचने के बाद 10 दिन होटल में क्वारंटीन रहना जरूरी है और यह अवधि खत्म होने से 2 दिन पहले उसे कोरोना जांच भी करानी होती है।
इतना ही नहीं जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक ले ली है, उन्हें भी ये नियम मानने पड़ते हैं। क्वारंटीन नियम का उल्लंघन करने पर 10 हजार पाउंड की पेनल्टी तक चुकानी पड़ती है।
इसके अलावा यदि कोई यात्री नेगेटिव आरटीपीसीआर टेस्ट के बिना ब्रिटेन पहुंचता है तो उस पर 5 हजार पाउंड का जुर्माना लगाया जा सकता है।