जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस फिर से जिंदा होती हुई नजर आ रही है। दरअसल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद से ही कांग्रेस को फिर लोगों का समर्थन मिलने लगा है।
दरअसल अगल साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी इस वक्त जमीनी स्तर पर काफी मेहनत कर रही है। कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी पीएम का चेहरा हो सकते हैं लेकिन विपक्ष की कुछ पार्टी राहुल गांधी को लेकर उतना उत्साहित नहीं है।
हालांकि इसके बावजूद कांग्रेस चाहती है कि विपक्ष उनके साथ आ जाये ताकि मोदी को रोका जाये। वहीं हाल के दिनों में ममता बनर्जी का रूख अलग देखने को मिल रहा है जबकि चंद्रशेखर राव भी एक अलग ट्रैक पर चले रहे लेकिन इसके बावजूद शुक्रवार को कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि पार्टी ममता बनर्जी, नीतीश कुमार और के चंद्रशेखर राव जैसे क्षेत्रीय दिग्गजों के साथ समझौता करना चाहती है।
अभी दो दिल पहले कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच जुबानी जंग देखने को मिली थी लेकिन अब तस्वीर थोड़ी बदली हुई नजर आ रही है।
इसके ठीक दो दिन बाद गठबंधन से संबंधित कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति के अध्यक्ष वीरप्पा मोइली ने एक न्यूज चैनल को जाकनारी दी है कि पार्टी क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन करना चाहती है। इसको लेकर रणनीति बनायी जा रही है।
उन्होंने कहा, “हम मुद्दों को सुलझाएंगे और ममता बनर्जी, नीतीश कुमार और के चंद्रशेखर राव के साथ काम करेंगे। हमें गठबंधन का नेतृत्व करने की जरूरत है और हम एक साथ काम करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि सभी एक साथ आएं. कांग्रेस को मजबूत करने की जरूरत है और जब हम मजबूत होंगे, तभी हम नेतृत्व कर सकते हैं।”
अब देखना होगा कि कांग्रेस के रूख के बाद ये पार्टियां अगला कदम क्या उठाती है लेकिन कांग्रेस का पूरा फोकस है विपक्षी एकता को किसी तरह से मजबूत किया जाये ताकि चुनाव में मोदी को रोका जा सके।