जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने एनसीपी चीफ और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार से मुलाकात की है। दोनों की मुलाकात काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि बीते कुछ दिनों से विपक्ष के निशाने पर अडानी रहे हैं।
राहुल गांधी ने अडानी को लेकर मोर्चा खोल रखा है और हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद लगातार विपक्ष अडानी पर हमलावर रहा है। अब जब शरद पवार और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की मुलाकात को लेकर तमाम तरह के कयास लग रहे हैं।
इतना ही नहीं हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के मुद्दे पर शरद पवार ने अडानी का समर्थन किया था। बता दें कि हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर मार्केट में हेरफेर और अकाउंट में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। इसके बाद शेयर मॉर्केट में अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली।
शरद पवार ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में हिंडनबर्ग रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा, ”इस शख्स ने पहले भी ऐसे बयान दिए थे और तब भी सदन में कुछ दिन हंगामा हुआ था।
लेकिन इस बार जरूरत से ज्यादा तवज्जो इस मुद्दे को दे दी गई है। वैसे भी जो रिपोर्ट आई, उसमें दिए बयान किसने दिए, उसका क्या बैकग्राउंड है।जब वो लोग ऐसे मुद्दे उठाते हैं जिनसे देश में बवाल खड़ा हो, इसका असर तो हमारी अर्थव्यवस्था पर ही पड़ता है. लगता है कि ये सबकुछ किसी को टारगेट करने के लिए किया गया था। ”
दूसरी तरफ विपक्ष भी अडानी को लेकर मोर्चा खोल रखा है जबकि गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप ने आरोपों को निराधार और भ्रामक बताया था। उनके अनुसार इस रिपोर्ट में जनता को गुमराह किया गया।
अब शरद पवार और अडानी के मुलाकात के बाद कांग्रेस की क्या प्रतिक्रिया रहती है ये देखना वाला होगा। हालांकि अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली है।