जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। मशहूर शायर मुनव्वर राणा ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अयोध्या में दी गई जमीन पर राजा दशरथ के नाम पर अस्पताल बनवाने की मांग की है। इसके साथ उन्होंने अपने पत्र में शिया और सुन्नी बोर्ड जैसी संस्थाओं को खत्म की मांग की है। इसके पीछे मुव्वर राणा का कहना है कि शिया और सुन्नी बोर्ड मुसलमानों की रहनुमाई नहीं करतीं। ऐसे में देवबंद या दूसरे मुस्लिम मदारीस को साथ लेकर मस्जिद की बात की जाए।
मुनव्वर राना ने कहा कि बाबरी मस्जिद को रायबरेली में बनाया जाए। इसके लिए वो अपनी खुद की जमीन मस्जिद के लिए रायबरेली में देने का प्रस्ताव दिया है।
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उर्दू के मशहूर शायर मुनव्वर राना ने कहा कि सरकार द्वारा दी गई या जबरदस्ती हासिल की गई जमीन पर मस्जिद का निर्माण नहीं होता है।
मुनव्वर राना ने अयोध्या में मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इससे इंसाफ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि विवाद में फैसला तो आया, लेकिन न्याय नहीं मिला। मुनव्वर राना ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानना अब मजबूरी है और वह इसे मान रहे हैं। लेकिन इंसाफ नहीं हुआ।
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मुनव्वर राना के बयान पर योगी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मोहसिन रजा ने मोर्चा खोल डाला है। उन्होंने कहा कि मुनव्वर राणा तब कहां थे जब सरकार ने दोनों पक्षों को बातचीत से मसले का हल निकालने को कहा था।
ये वही लोग हैं जो अंत तक यह कहते रहे कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला चाहे जो होगा, हम मानेंगे, अब जब राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत हो गई है तो फैसले पर सवाल उठा रहे हैं। प्रधानमंत्री को चिट्टियां लिख रहे हैं।