न्यूज डेस्क
राजनीति में छोटी सी बात से बवंडर खड़ा हो जाता है। इसीलिए नेताओं को सोच समझकर बोलने की सलाह दी जाती है। फिलहाल बिहार की राजनीति में जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के बयान से राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है।
दरअसल जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व की प्रशंसा की है। पीके ने विशेष तौर पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को धन्यावाद दिया है। इसके बाद से बिहार में राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है।
पीके का यह बयान इसलिए मायने रखता है क्योंकि उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध किया है, जबकि उनकी पार्टी जेडीयू संसद में सरकार के साथ खड़ी थी। हालांकि जेडीयू प्रमुख व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार साफ कह चुके हैं कि उनकी पार्टी एनआरसी के खिलाफ है सीएए के नहीं।
प्रशांत किशोर ने तो नागरिक संसोधन बिल पास होने के बाद से ट्विटर पर कई बार इसके विरोध में अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। उन्होंने सीएए का विरोध दर्ज कराते हुए नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा था। उन्होंने ट्विटर पर लिखा था, ‘तीन मुख्यमंत्रियों (पंजाब, केरल और पश्चिम बंगाल) ने नागरिकता संशोधन बिल और एनआरसी का विरोध किया है। अब वक्त आ गया है कि बाकी मुख्यमंत्री इस पर अपना रुख साफ करें।’
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इसको लेकर उनकी पार्टी ने विरोध भी जताया था कि पार्टी की लाइन से बाहर जाकर प्रतिक्रिया देना गलत है। इससे नाराज प्रशांत ने इस्तीफे की भी पेशकश कर दिए थे लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश के साथ उनकी लंबी बातचीत के बाद वह मान गए।
प्रियंका को दिया विशेष धन्यवाद
जेडीयू उपाध्यक्ष व चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने रविवार को ट्वीट कर कहा, ‘मैं सीएएश् एनआरसी के औपचारिक और अप्रतिम अस्वीकृति के लिए कांग्रेस नेतृत्व को धन्यवाद देने के लिए अपनी आवाज सम्मिलित करता हूं। खासकर इसे लेकर विशेष पहल के लिए प्रियंका गांधी और राहुल गांधी विशेष धन्यवाद देता हूं। बिहार के लोगों को एक बार फिर आश्वासन देता हूं कि राज्य में सीएए एनआरसी लागू नहीं होगा।’
I join my voice with all to thank #Congress leadership for their formal and unequivocal rejection of #CAA_NRC. Both @rahulgandhi & @priyankagandhi deserves special thanks for their efforts on this count.
Also would like to reassure to all – बिहार में CAA-NRC लागू नहीं होगा।
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) January 12, 2020
इसलिए अहम है पीके का बयान
जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर का यह बयान एनडीए में जेडीयू के रुख से बिल्कुल अलग है। यह केंद्र सरकार के स्टैंड के खिलाफ है। पीके का यह बयान इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि इन दिनों बीजेपी के प्रमुख नेता बिहार में सीएए और एनआरसी के पक्ष में सभाएं कर रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह भी बिहार आने वाले हैं।
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