जुबिली न्यूज डेस्क
भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने क्यों आसनसोल सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने इंकार किया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को इशारों में साफ कर दिया। उन्होंने एक नेता के सफल होने के लिए समाज के हर वर्ग के प्रति संवेदनशीलता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पवन सिंह के मामले में भाजपा को कुछ करना ही नहीं था। कैंडिडेट ने खुद चुनाव न लड़ने का फैसला कर लिया।
किसी का अपमान नहीं करना चाहिए
लखनऊ से दोबारा चुनाव लड़ रहे राजनाथ सिंह ने आसनसोल मामले का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी लोगों से खूब फीडबैक लेती है और उस पर काम करती है। हमारी सोच है कि एक स्वस्थ लोकतंत्र में, चाहे पार्टी कार्यकर्ता हो या कोई और उसे ऐसा कुछ भी नहीं कहना या करना चाहिए जो किसी भी व्यक्ति, समाज के वर्ग या राष्ट्र के लिए अपमानजनक हो।
बाबुल सुप्रियो ने उठाए थे सवाल
आसनसोल के निवासी और तृणमूल कांग्रेस नेता बाबुल सुप्रियो ने आरोप लगाया कि पवन सिंह ने स्थानीय लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई होगी, क्योंकि पवन सिंह के म्यूजिक वीडियो और फिल्मों में बंगाली महिलाओं को अश्लील तरीके से दिखाया जाता है। बाबुल ने कहा कि एक कलाकार के रूप में उनके खिलाफ मेरे मन में कुछ भी नहीं है। लेकिन हैरानी करने वाली बात है कि भाजपा ने आवश्यक पृष्ठभूमि की जांच किए बिना पवन सिंह को आसनसोल से मैदान में उतार दिया।
एक दिन बाद चुनाव लड़ने से किया था इंकार
दरअसल, भाजपा ने 2 मार्च को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की। जिसमें भोजपुरी गायक पवन सिंह को आसनसोल से टिकट दिया गया था। एक दिन बाद पवन सिंह ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया। अपने एक्स पोस्ट में पवन सिंह ने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। पार्टी ने मुझ पर भरोसा किया और मुझे पश्चिम बंगाल के आसनसोल से उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन किसी कारण से मैं आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा।