जुबिली स्पेशल डेस्क
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगा है। उनकी राजनीतिक करियर पर बड़ा संकट मंडरा रहा है।
दरअसल ईडी ने कल ही उनको आनन-फानन में गिरफ्तार कर लिया है। इतना ही नहीं कई बार पूछताछ के लिए नहीं पहुंचने वाले केजरीवाल ने कल भी बचने की कोशिश लेकिन ऐसा हो नहीं पाया और नतीजा ये हुआ उनकी गिरफ्तारी भी वैसे ही हुई जैसे हेमंत सोरेन की हुई थी।
उधर केजरीवाल ने गिरफ्तारी के खिलाफ रातों-रात सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे लेकिन अचानक से सुबह उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका अचानक वापस ले ली है। आप ने कहा कि हमें जो बात कहनी है, वो निचली अदालत में जाकर कहेंगे। फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट ने याचिका वापस लेने की इजाजत दे दी है।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है. इसी कड़ी में हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि जांचें, छापे, गिरफ्तारी, भाजपा का दमन जारी।
वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि सत्ता जाने का डर, बेइंतहा नफ़रत,हर आवाज़ को दबाने की साज़िश, चौतरफ़ा दबिश की राजनिती। यही है न्यू इंडिया. पहले हेमंत सोरेन, अब अरविंद केजरीवाल, कल कोई और. ये प्रजातंत्र और संविधान के खात्मे की साजिश है. देश के 140 करोड़ देशवासियों को मिलकर इस षड्यंत्र का सामना करना है।
दूसरी तरफ प्रवर्तन निदेशाल की टीम ने सुप्रीम कोर्ट का रूख किया था और अपनी तरफ से कैविएट दाखिल की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि केजरीवाल की याचिका पर कोई भी फैसला लेने से पूर्व उनकी बात भी सुनी जाये। इसके फौरन बात पता चला है कि केजरीवाल की तरफ से सुप्रीम कोर्ट जाने से पहले ही अपने कदम पीछे खींच लिए है और अब लीगल सलाहकारों ने कहा कि हमें पहले लोअर कोर्ट का पहले रूख करना होगा।
अगर वहां पर राहत नहीं मिलती है तो वो हाईकोट जायेगे। अगर हाईकोर्ट में उनके पक्ष में फैसला नहीं होता भी वो सुप्रीम कोर्ट में जायेगे। स्थानीय मीडिया के हवाले से खबर है कि लीगल टीम की सलाह के बाद आप ने सुप्रीम कोर्ट से याचिका वापस लेने का फैसला लिया।