जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार में कांग्रेस और आरजेडी के बीच टकराव देखने को मिल रहा है। हालात ऐसे हो गए है कि महागठबंधन में दरार साफ देखी जा सकती है।
दरअसल महागठबंधन में दरार की वजह है बिहार में आगामी 2 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव। दोनों पार्टियों में इसको लेकर घमासान देखने को मिल रहा है।
कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर दोनों पार्टी आमने सामने आ गई है और दोनों सीटों पर अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी।
इसके बाद से दोनों दलों के बीच जुब़ानी जंग तेज होती दिख रही है। बिहार के ताजा सियासी घमासान में अब कांग्रेस ने आरजेडी (राष्ट्रीय जनता दल) को आईना दिखाया है।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने रविवार को आरजेडी को लेकर बड़ा बयान दिया है और निशाने साधते हुए कहा है कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव प्रदेश में सरकार नहीं बना सकते जब तक कांग्रेस के 19 विधायक उनका समर्थन ना करें।
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा है कि उपचुनाव में दोनों के बीच कोई दोस्ताना लड़ाई नहीं हो रही क्योंकि कांग्रेस ने कुशेश्वर स्थान और तारापुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस जीत के लिए मैदान में उतरी है।
अगर कांग्रेस कुशेश्वरस्थान की सीट जीत जाती है तो उसके विधायक 19 से 20 होते। बिहार में कांग्रेस की मजबूती से महागठबंधन हीं मजबूत होगा और इससे आरजेडी को भी लाभ पहुंचेगा। भक्त चरण दास ने बताया कि उन्होंने लालू प्रसाद यादव से कहा था कि आरजेडी बिहार में कांग्रेस को कमजोर करने में लगा है।
यह भी पढ़ें : मायावती ने खेला ‘सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड’, बोलीं- अयोध्या, वाराणसी, मथुरा में…
यह भी पढ़ें : नंदीग्राम हिंसा मामले में सीबीआई ने लिया बड़ा एक्शन
बता दें कि कांग्रेस ने कुशेश्वरस्थान से अतिरेक कुमार को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं तारापुर से राजेश कुमार मिश्रा को चुनावी मैदान में उतारा है।
कांग्रेस पहले इस बात से खफा है और आरजेडी ने बगैर उससे बात किये वहां की दोनों सीटों पर प्रत्याशियों का एलान कर दिया है।
यह भी पढ़ें : ईडी ने एक्ट्रेस लीना मारिया को इसलिए किया गिरफ्तार
यह भी पढ़ें : तो फिर अंधेरे में डूब सकती है देश की राजधानी
कांग्रेस चाहती है कि कुशेश्वरस्थान से चुनाव से उनकी पार्टी लड़े क्योंकि वो पिछली बार यहां पर दूसरे नम्बर रही थी लेकिन आरजेडी इसपर राजी नहीं और उसने आनन-फानन में दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतार डाला है।
यह भी पढ़ें : लम्बी पूछताछ के बाद लखीमपुर कांड का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा गिरफ्तार
यह भी पढ़ें : तिकुनिया में होगा किसानों का बड़ा आंदोलन
यह भी पढ़ें : यूपी में किसकी बनेगी सरकार, जानिए क्या कहता है यह सर्वे?
ऐसे हालात में कहा जा रहा है कि महागठबंधन में दरार आ गई और कहा तो यही जा रहा है दोनों दलों के रिश्तों में खटास पैदा हो गई और राहें अलग हो सकती है।