जुबिली न्यूज जेस्क
स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने का ज़िक्र किया. पीएम मोदी ने कहा, “एक वक़्त था जब आतंकवादी देश में हमले करते थे. लेकिन अब सेना सर्जिकल स्ट्राइक करती है.” प्रधानमंत्री के इस भाषण पर कांग्रेस के नेता और प्रवक्ता पवन खेड़ा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
पवन खेड़ा ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा, “यह साहिब कितने ही साल इस पद पर रहें, इनका कद बढ़ ही नहीं सकता. ना इनके वैचारिक पूर्वजों को स्वतंत्रता दिवस से कोई मतलब था, ना इनके मन में आज के दिन की पवित्रता की समझ है.
पवन खेड़ा ने बीजेपी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल को निशाने पर लेते हुए कहा, हां, संसद में हुआ हमला दुखदाई था; हां, कंधार विमान अपहरण ने देश को दहला दिया था, लेकिन स्वर्गीय वाजपेयी जी के ख़िलाफ़ बोलने का यह भी कोई मौक़ा है? पवन खेड़ा ने लिखा कि वाजपेयी जी ने कम से कम पठानकोट हमले के बाद आईएसआई को निरीक्षण के लिए तो नहीं बुलाया था; आईएसआई को क्लीन चिट तो नहीं दी थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अपने भाषण में यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड और एक देश एक चुनाव पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा, “हमारे देश में सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड पर चर्चा की है. इसे लेकर कई बार आदेश दिए हैं.प्रधानमंत्री ने कहा देश का एक बहुत बड़ा वर्ग मानता है और इसमें सच्चाई भी है कि जिस सिविल कोड को लेकर हम जी रहे हैं वो एक तरह से कम्युनल सिविल कोड है. भेदभाव करने वाला सिविल कोड है. प्रधानमंत्री ने कहा इस गंभीर विषय पर व्यापक चर्चा होनी चाहिए. ऐसे क़ानून जो धर्म के आधार पर देश को बाँटते हों, जो ऊंच-नीच का कारण बनते हों. ऐसे कानूनों का आधुनिक समाज में कोई स्थान नहीं हो सकता.
पीएम मोदी ने कहा कि समय की मांग है कि देश में एक सेक्युलर सिविल कोड हो. हमने कम्युनल सिविल कोड में 75 साल बिताए हैं. अब हमें सेक्युलर सिविल कोड की ओर जाना होगा. इसके अलावा पीएम मोदी ने देश में एक समय पर चुनाव कराने की भी वकालत की. उन्होंने कहा, “देश में बार-बार चुनाव गतिरोध पैदा कर रहे हैं. हर छह महीने में कहीं न कहीं चुनाव हो रहे हैं. इसलिए देश में व्यापक चर्चा हुई है. सभी राजनीतिक दलों ने अपने विचार रखे हैं. वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए देश को आगे आना होगा.”