जुबिली स्पेशल डेस्क
पूर्णिया सीट को लेकर बिहार में इस वक्त घमासान मचा हुआ है। पप्पू यादव हर हाल में पूर्णिया सीट से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं जबकि लालू यादव ने इस सीट को अपने पास रखी है।
महागठबंधन में शामिल आरजेडी के टिकट से प्रत्याशी बीमा भारती इस सीट पर चुनाव लड़ रही है और पप्पू यादव भी इस सीट से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है और कल वो इस सीट के लिए नामांकन करने को तैयार है।
इतना ही नहीं आरजेडी की प्रत्याशी बीमा भारती यहां से नामांकन कर चुकी हैं तो वहीं कांग्रेस में हाल ही में पार्टी का विलय कर शामिल हुए पप्पू यादव ने 4 अप्रैल गुरुवार को नामांकन करने का ऐलान किया हुआ है।
अब सवाल है कि क्या पप्पू यादव के इस कदम पर कांग्रेस कोई कार्रवाई करती है या नहीं है। अगर तकनीकी तौर पर देखा जाये तो कांग्रेस शायद उनपर किसी तरह कोई एक्शन नहीं ले सकती है।
इसके पीछे बड़ा कारण है। दरअसल पप्पू यादव अभी तक कांग्रेस में औपचारिक रूप से शामिल नहीं हुई है। उन्होंने सिर्फ कांग्रेस में शामिल होना और अपनी पार्टी का विलय करने का सिर्फ ऐलान किया है। अगर दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होने के घोषणा के बाद उन्हें औपचारिकताओं के लिए सदाकत आश्रम, पटना स्थित कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय जाना था लेकिन अभी तक पप्पू यादव ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है। इन हालातों में कांग्रेस चाहकर उन पर कोई एक्शन नहीं ले सकती है।
दूसरी तरफ आरजेडी इस वक्त आर-पार की मुड़ में नजर आ रही है और तेजस्वी यादव ने इशारों-इशारों में साफ कह दिया है कि वह पप्पू यादव को उम्मीदवार बनने नहीं देंगे।
अब ये देखना होगा कि अगर पप्पू यादव पूर्णिया नहीं छोड़ते हैं तो लालू यादव या फिर कांग्रेस उनपर क्या कार्रवाई करती है लेकिन फिलहाल पप्पू यादव इस वक्त पूरी तरह से हावी होने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और किसी की सुनने को तैयार नहीं है।