जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव ने बीजेपी को गहरा जख्म दिया है। भले ही उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार फिर से बना ली हो लेकिन उसका 400 प्लस का नारा पूरी तरह से फेल हो गया है और सिर्फ 240 सीट ही उसके खाते में गई।
इस वजह से अपने बल पर सरकार बनाना उसके बस में नहीं था। ये तो अच्छा रहा कि चुनाव से पहले नीतीश कुमार और नायडू एक साथ एनडीए में फिर से शामिल हो गए।
इसका नतीजा ये रहा कि एनडीए की सरकार फिर से बन गई लेकिन कुछ राज्यों में खासकर यूपी में उसका प्रदर्शन बेहद खराब रहा। अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने मिलकर बीजेपी को यहां पर काफी नीचे पहुंचा दिया है। योगी की रणनीति पूरी तरह से फेल हो गई।
जिस पार्टी ने यहां पर पिछले दो लोकसभा चुनाव में अपना दबदबा कायम करने वाली पार्टी ने सिर्फ इस बार 33 सीट ही जीत पाई।
इस वजह से योगी पर अच्छा खासा दबाव देखने को मिल रहा है।इस बीच तमाम अटकलों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीएम मोदी से खास मुलाकात करने का प्लॉन बना रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव में हार के बारे में पार्टी के फीडबैक पर शीर्ष नेताओं से चर्चा कर सकते हैं. इस बातचीत में आगामी उपचुनावों पर भी चर्चा हो सकती है।
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 27 जुलाई को होने वाली नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक से पहले या बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ भाजपा नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं। ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है क्योंकि हाल के दिनों में कुछ नेताओं ने योगी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।कुल मिलाकर अगले कुछ दिनों साफ हो सकता है कि बीजेपी यूपी को लेकर अगला कदम क्या उठाती है। इसके अलावा उसकी नजर उपचुनाव पर खास तौर पर होगी।