जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी भले ही बीजेपी में हो लेकिन उनका बयान अक्सर पीएम मोदी और पार्टी के खिलाफ जाता है।
अब उन्होंने एक बार फिर पीएम मोदी पर तंज कसा है। सुब्रमण्यम स्वामी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखकर पीएम मोदी पर तंज कसते हुए लिखा है कि , ‘9 साल पहले सुप्रीम कोर्ट में मेरी याचिका स्वीकार होने के बावजूद मोदी ने राम सेतु को राष्ट्रीय विरासत स्मारक घोषित करने से रोक दिया है। आखिर क्यों? क्योंकि पीएम मोदी की क्रेडिट छीनने की आदत है।
इसी कारण से मोदी ने राम मंदिर के लिए मेरी रिट याचिका को स्वीकार करने में देरी करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक आवेदन दायर किया था।’
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का ये ट्वीट इसलिए अहम है क्योंकि लोकसभा चुनाव का पहला चरण कल होने वाला है।
वहीं दूसरे पोस्ट में उन्होंने मोदी को घेरते हुए लिखा है कि ‘यदि मोदी के पास यह दावा करने के लिए सच्ची राम भक्ति है कि उन्होंने राम मंदिर के पुनर्निर्माण में योगदान दिया है, जो वास्तव में शून्य या उससे भी कम है, तो उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को अपना फैसला सुनाने में देरी करने की कोशिश क्यों की? वह राम सेतु को राष्ट्रीय धरोहर स्मारक घोषित करने में क्यों अड़ंगा डाल रहे हैं।’
Modi has blocked declaring of Ram Setu as a National Heritage Monument despite my Petition was accepted in the Supreme Court 9 years ago. Why? For the same reason Modi had filed an Application in SC to delay my Writ Petition for Ram Temple from being accepted. Credit Snatch habit
— Subramanian Swamy (@Swamy39) April 17, 2024
ये पहला मौका नहीं है जब वो पीएम मोदी के खिलाफ नजर आये है। इससे पहले भी उन्होंने कई मौकों पर पीएम मोदी पर जोरदार हमला बोला है।
चीन मामले पर उनको घेरा था और पीएम मोदी पर सीमा पर चीन की आक्रामकता के खिलाफ नरम रुख अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि मोदी ने भारत माता को धोखा दिया है।
अब सवाल है कि वो इतने नाराज क्यों है और बीजेपी भी उनको मनाने के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है लेकिन देखा जाये तो बीजेपी कई नेता है जो शायद पीएम मोदी को लेकर अलग-अलग सोच रखते हैं लेकिन इस बारे में ज्यादा बात नहीं करते हैं लेकिन स्वामी ने खुलकर अब मोदी का विरोध करना शुरू कर दिया है और उनका ताजा पोस्ट लोकसभा चुनाव से पहले आया है, इसलिए ये काफी अहम है।