जुबिली स्पेशल डेस्क
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले को लेकर बंगाल में अब भी घमासान देखने को मिल रहा है। जहां एक ओर ममता सरकार डॉक्टरों के निशाने पर है तो दूसरी तरफ राजनीतिक तौर पर भी ममता को बहुत कुछ सहना पड़ रहा है। उनकी कुर्सी भी खतरे में पड़ती हुई नज़र आ रही है।
9 अगस्त 2024 को सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर के साथ पहले रेप किया जाता है और फिर उसे दर्दनाक तरीके से मौत की नींद सुला दी जाती है।
मामले की पोस्टमार्ट रिपोर्ट से सामने आया कि लेडी डॉक्टर को बर्बरता के साथ मारा गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में महिला डॉक्टर के साथ रेप की पुष्टि हुई थी।
इस घटना के बाद से बंगाल में लगातार लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है और लोग सडक़ पर उतरकर अपने गुस्से का इजहार भी कर रहे हैं। इतना ही नहीं इस पूरी घटना पर ममता सरकार विरोधियों के निशाने पर है और अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी कोलकाता की घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ने कहा कि ‘वह घटना से निराश और भयभीत हैं।’ वही राज्यपाल सीवी आनंद बोस दिल्ली आकर रिपोर्ट दे चुके हैं। बोस ने महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अलावा देश के गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की है इसके बाद चर्चा तेज हो गई कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लग सकता है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई को लिखे गए एक लेख में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘इतिहास का सामना करने से डरने वाले समाज सामूहिक भूलने की बीमारी का सहारा लेते हैं; अब समय आ गया है कि भारत इतिहास का सामना करे। महिला अपराधों पर राष्ट्रपति ने कहा कि ‘हमें इस विकृति से व्यापक तरीके से निपटना चाहिए ताकि इसे शुरू में ही रोका जा सके। जो लोग इस तरह के विचार रखते हैं, वे महिलाओं को एक वस्तु के रूप में देखते है। अपनी बेटियों के प्रति यह हमारा दायित्व है कि हम उनके भय से मुक्ति पाने के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करें।’