जुबिली न्यूज डेस्क
बिहार विधानसभा के बाहर महागठबंधन के नेताओं द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन का मुख्य कारण बिहार सरकार की नीतियों और कामकाज के खिलाफ उनका असंतोष है। हाल ही में, महागठबंधन के नेताओं ने सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए यह प्रदर्शन किया है। उनका आरोप है कि नीतीश कुमार की सरकार ने जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया और कई मुद्दों को नजरअंदाज किया है, जैसे बेरोजगारी, किसान समस्याएं, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, और प्रशासनिक लापरवाही।
महागठबंधन के नेताओं ने सरकार से इन मुद्दों पर तत्काल कार्यवाही की मांग की है। प्रदर्शन के दौरान वे जनता के अधिकारों की रक्षा और सरकार के खिलाफ कड़े कदम उठाने की बात कर रहे हैं। इसके अलावा, महागठबंधन सरकार की नीतियों, विकास कार्यों और वादों को पूरा करने में असफलता को लेकर भी विरोध जता रहा है।
विरोध प्रदर्शन में आम तौर पर आरजेडी, कांग्रेस, और अन्य महागठबंधन घटक दल शामिल होते हैं, जो एकजुट होकर राज्य सरकार को घेरने की कोशिश करते हैं। इस तरह के विरोध प्रदर्शन चुनावों से पहले और चुनावी मौसम में अक्सर अधिक होते हैं, जब राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो जाता है।