न्यूज डेस्क
लोगों के लिए चालान सिरदर्द बन चुका है। लोगों में जुर्माने की राशि को लेकर दहशत का माहौल हो गया है। पुलिस भी एक से एक मामले में चालान काट रही है। जिस तरह से चालान के अजीबोगरीब मामले सामने आ रहे हैं उससे तो यही लग रहा है कि पुलिस को बस चालान काटना है, मामला चाहे हो या न हो। फिलहाल जनता का विरोध अब सड़क पर दिखने लगा है।
गुजरात के सौराष्ट्र में कुछ लोग विरोध में सड़क पर हेल्मेट की जगह पतीला पहनकर गाड़ी चलाते नजर आए।
हालांकि गुजरात की रूपाणी सरकार ने कई मामलों में जुर्माने की राशि घटा दी है। केन्द्र सरकार ने नया संसोधित मोटर अधिनियम एक सितंबर से देश में लागू किया था।
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गुजरात सरकार ने महज दस दिन बाद ही जुर्माने की राशि में संसोधन कर दिया था। 16 सितंबर से यहां नए नियम प्रभावी हो गए हैं, फिर भी गुजरात के लोगों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
गुजरात में सोमवार से नए नियम लागू हो गए हैं और इसके विरोध में लोग नित नए तरीके अपना रहे हैं। सौराष्ट्र क्षेत्र में जो लोग हेल्मेट के बजाय अपने सिर पर बर्तन लगाकर चल रहे थे, वे राजकोट शहर के बताए जा रहे हैं।
सोमवार को नए नियमों के प्रभावी होने के बाद पहले दिन राजकोट में ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने 240 ड्राइवरों का चलान काटा और 1.14 लाख रुपये वसूल किए। उधर, स्थानीय व्यापार संगठन जल्द ही हड़ताल पर जाने की योजना पर काम कर रहे हैं।
इस बीच ट्रैफिक पुलिस की टीमों ने लोगों से ट्रैफिक नियमों के पालन में नेतृत्व करने का अनुरोध किया। मालूम हो कि ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर केंद्र के बढ़ाए जुर्माने को राज्य सरकार ने 25 प्रतिशत से लेकर 90 प्रतिशत तक कम कर दिया है। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इसके लिए मानवीय आधार को कारण बताया है।
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