स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर बीजेपी पर हमला बोला है। सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कल महंगाई को लेकर बीजेपी को घेरते हुए कहा था कि भाजपा सरकार की आर्थिक नीतियों का ही दुष्परिणाम है कि महंगाई आसमान से नीचे आने का नाम नहीं ले रही है।
इसके बाद अखिलेश ने शुक्रवार को भी बीजेपी के नेताओं पर तंज किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि भाजपा, भाषा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से डरती है। उसके नेता अपना विरोध बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। बहस के दौरान टीवी का लाइव टेलीकास्ट रुकवा देते हैं और जब जनता सड़कों पर निकलती है तो इंटरनेट बंद करवाते है। इतिहास में उन सरकारों का क्या हुआ जो अपनी ही जनता से डरती थीं?
भाजपा, भाषा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से डरती है। उसके नेता अपना विरोध बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। बहस के दौरान टी॰वी॰ का लाइव टेलीकास्ट रुकवा देते हैं और जब जनता सड़कों पर निकलती है तो इंटरनेट बंद करवाते है।
इतिहास में उन सरकारों का क्या हुआ जो अपनी ही जनता से डरती थीं?
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 13, 2019
उन्होंने इससे पूर्व उन्नाव में दुष्कर्म पीडि़त युवती को जिंदा जलाने की घटना पर भाजपा की प्रदेश सरकार से इस्तीफा मांगा था। अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में लिखा था कि, उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाये जाने के दुस्साहस की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार का सामूहिक इस्तीफ़ा होना चाहिए। माननीय न्यायालय से गुहार है कि वो इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पीडि़ता के समुचित उपचार व सुरक्षा की तत्काल व्यवस्था के निर्देश दे।