जुबिली स्पेशल डेस्क
लोक जनशक्ति पार्टी चीफ पशुपति पारस ने अपने भतीजे केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के चिराग पासवान के खिलाफ एक बार जहर ऊगला है और उनको निशाने पर लेते हुए गलत शब्द का इस्तेमाल किया है।
उन्होंने बिहार के खगडिय़ा में एक जनसभा के दौरान अपने भतीजे पर निशाना साधते हुए उनको बगैर नाम लिए चंडाल कहकर संबोधित किया है।
उन्होंने कहा कि ‘इस चंडाल के कारण बड़े भाई को अंतिम समय में नहीं देख पाया। कोरोना की वजह बताकर मुझे और मेरे परिवार के किसी भी सदस्य को बड़े भाई साहब से मिलने नहीं दिया गया। जबकि अंतिम समय में बड़े भाई रामविलास पासवान परिवार के सभी लोगों को खोज रहे थे। जो जैसा करेगा, वैसा फल मिलेगा।’
गौरतलब हो कि पिछली सरकार में लोक जनशक्ति पार्टी चीफ पशुपति पारस मंत्री थे लेकिन मौजूदा सरकार में उनको जगह नहीं दी गई जबकि लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार ने चिराम पासवन पर भरोसा जताया था और पशुपति पारस को किसी भी तरह की तव्व्जों नहीं दी थी।
वहीं रामविलास पासवन के निधन के बाद लोक जनशक्ति पार्टी टूट गई और इस वजह से चिराग पासवन को काफी नुकसान उठाना पड़ा और चिराग पासवान हाशिए पर चले गए हैं, लेकिन 2024 में पूरी तस्वीर बदल गई और लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की और अब वो मोदी सरकार का अहम हिस्सा होने के साथ-साथ मंत्री भी है। चाचा और भतीजे में सुलह के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं।
रामविलास पासवन के जाने के बाद दोनों ही परिवार में पूरी तरह से दरार पड़ गई और दोनों की राहें अलग-अलग हो गई। इतना ही नहीं दोनों एक दूसरे के खिलाफ अक्सर बयान देते हैं। पशुपति पारस के ताजा बयान पर चिराग क्या प्रतिक्रिया देते हैं ये देखने लायक होगा।फिलहाल चाचा की स्थिति पूरी तरह से कमजोर नजर आ रही है।