जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की घटना को लेकर पूरे विपक्ष ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। सपा ने एक बार फिर योगी सरकार पर तंज किया है और कहा है कि विकास ख़ुद ही पूछ रहा है… ‘विकास’ को कब गिरफ़्तार करोगे… करोगे भी या नहीं?
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट के माध्यम से योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि उप्र सत्ता व अपराध के गठजोड़ के उस वीभत्स दौर में है, जहां न तो पुलिस को मारनेवाले दुर्दांत अपराधी पर कोई कार्रवाई हुई है और न ही उस अधिकारी पर जिसकी संलिप्तता का प्रमाण चतुर्दिक उपलब्ध है। ऐसे में तथाकथित निष्पक्ष जाँच भी उनसे करवाई जा रही है, जो ख़ुद कठघरे में खड़े हैं।
उप्र सत्ता व अपराध के गठजोड़ के उस वीभत्स दौर में है, जहाँ न तो पुलिस को मारनेवाले दुर्दांत अपराधी पर कोई कार्रवाई हुई है और न ही उस अधिकारी पर जिसकी संलिप्तता का प्रमाण चतुर्दिक उपलब्ध है. ऐसे में तथाकथित निष्पक्ष जाँच भी उनसे करवाई जा रही है, जो ख़ुद कठघरे में खड़े हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 8, 2020
अखिलेश यही नहीं रूके अगले ट्वीट में कहा कि अब तो विकास ख़ुद ही पूछ रहा है… ‘विकास’ को कब गिरफ़्तार करोगे… करोगे भी या नहीं? वैसे उप्र की ‘नाम बदलू’ भाजपा सरकार के पास एक विकल्प और है… किसी और का नाम बदलकर ‘विकास’ रख ले और फिर… बाकी क्या कहना… जनता ख़ुद समझदार है।
अब तो विकास ख़ुद ही पूछ रहा है… ‘विकास’ को कब गिरफ़्तार करोगे… करोगे भी या नहीं?
वैसे उप्र की ‘नाम बदलू’ भाजपा सरकार के पास एक विकल्प और है… किसी और का नाम बदलकर ‘विकास’ रख ले और फिर… बाकी क्या कहना… जनता ख़ुद समझदार है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 8, 2020
बता दें कि मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे अभी भी यूपी पुलिस की पहुंच से दूर है। पुलिस विकास को पकडऩे के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं, मगर वह पुलिस के हत्थे नहीं आ रहा। पुलिस और विकास के बीच शह-मात का खेल चल रहा है। सूचनाओं के आधार पर पुलिस लगातार दबिश दे रही है, लेकिन वह पुलिस को मात देने में कामयाब हो रहा है। फिलहाल ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि विकास संभवत: हरियाणा में छिपा हुआ है।
मंगलवार को फरीदाबाद के बडख़ल चौक के पास एक होटल में विकास दुबे और उसके दो गुर्गों के छिपे होने के खबर पर अचानक कई थानों और क्राइम ब्रांच की टीमें पहुंच गई। होटल कर्मियों को अंदर लेकर तलाशी ली गई लेकिन पुलिस को कमरे खाली ही मिले। इसके बाद पुलिस ने जांच के लिए रजिस्टर और सीसीटीवी के डीवीआर को कब्जे में ले लिया।