न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। थोक महंगाई के र्मोचे पर राहत भरी खबर है। सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर महीने में थोक महंगाई दर घटकर 0.16 फीसदी पर आ गई है। इससे पहले सितम्बर में यह दर 0.33 फीसदी पर थी, जो कि 39 महीने का निचला स्तर था। पिछले साल अक्टूबर महीने में थोक महंगाई की दर 5.54 फीसदी थी।
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सरकार के जारी आंकड़ों के मुताबिक लगातार पांचवें महीने थोक महंगाई की दर में गिरावट जारी है। थोक महंगाई दर को कम करने में मैन्यूफैक्चरिंग वस्तुओं की कीमतों में गिरावट का अहम योगदान रहा है। अक्टूबर में मैन्यूफैक्चरिंग सेगमेंट में महंगाई नहीं रही, बल्कि कीमतों में औसत 0.84 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
वहीं, पिछले साल इस सेगमेंट में 4.57 फीसदी महंगाई दर्ज की गई थी। थोक वस्तु सूचकांक में मैन्यूफैक्चरिंग सेगमेंट का सर्वाधिक 64.23 फीसदी योगदान होता है। मोटे तौर पर मैन्यूफैक्चरिंग सेगमेंट से ही ये तय होता है कि थोक महंगाई कितनी होगी।
इसके साथ खाद्य वस्तु सेगमेंट में पिछले छह महीने में सर्वाधिक महंगाई दर्ज की गई है। थोक खाद्य महंगाई अक्टूबर महीने में 9.80 फीसदी रही, जो पिछले महीने 7.47 फीसदी थी। पिछले साल अक्टूबर में खाद्य सेगमेंट में समग्र तौर पर महंगाई नहीं थी और इस उपसूचकांक में पिछले साल औसत 1.42 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी।
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इसके अलावा प्याज की महंगाई दर अक्टूबर महीने में 119.84 फीसदी दर्ज की गई। सितम्बर में भी प्याज की महंगाई 122.40 फीसदी थी। हालांकि पिछले साल अक्टूबर महीने में प्याज की कीमत में 31.69 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी।