न्यूज डेस्क
पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के निधन के बाद से दिल्ली कांग्रेस का पद खाली चल रहा है। अब चूंकि दिल्ली में जनवरी माह में चुनाव होना है तो कांग्रेस हाईकमान जल्द से जल्द इस पद को भरना चाह रही है। इसके लिए कवायद भी शुरु हो चुकी है।
दिल्ली कांग्रेस में शीला दीक्षित के उत्तराधिकारी की तलाश शुरु हो गई है। इस पद के लिए कई लोग रेस में है। कांगे्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी खुद इसमें दिलचस्पी ले रही हैं।
बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष को लेकर पिछले कुछ हफ्तों में सोनिया गांधी ने करीब 50 नेताओं से बातचीत और मशविरा किया है। इनमें प्रदेश के नेताओं से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के नेता शामिल हैं।
नए अध्यक्ष के तौर पर जो संभावित नाम चल रहे हैं, उनमें दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जेपी अग्रवाल, अजय माकन, अरविंदर सिंह लवली से लेकर लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी से कांग्रेस में आए पूर्व क्रिकेटर व पूर्व सांसद कीर्ति आजाद से लेकर शीला दीक्षित के बेटे सांसद संदीप दीक्षित तक का नाम शामिल है।
इन लोगों के अलावा कांग्रेस के तीन कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र यादव, लिलोठिया और हारून यूसुफ भी अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल बताए जा रहे हैं।
हालांकि इस दौड़ में कीर्ति आजाद का नाम सबसे आगे है। इसके पीछे उनके पिता और सीनियर कांग्रेस नेता व बिहार के पूर्व सीएम भागवत झा आजाद के पूर्व पीएम राजीव गांधी से संबंध के अलावा प्रदेश में जारी गुटबाजी भी मानी जा रही है। पार्टी के भीतर एक राय है कि गुटबाजी को रोकने के लिए किसी नए को मौका दिया जाए।
पिछले दिनों सोनिया गांधी ने भी कीर्ति आजाद से फोन पर लंबी बातचीत की। चर्चा है कि दिल्ली के प्रभारी पीसी चाको ने हाल ही अपनी तरफ से संभावित दावेदारों की एक सूची सोनिया गांधी को सौंपी है। कहा जा रहा है कि इस बारे मे आखिरी फैसला सोनिया गांधी लेंगी।
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