जुबिली न्यूज डेस्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया नागपुर दौरे को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत को यह संदेश देने गए थे कि वह संन्यास लेने वाले हैं और उनके उत्तराधिकारी की खोज महाराष्ट्र से होगी।
फडणवीस ने दिया जवाब
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राउत के दावों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ”मोदी अभी कई सालों तक देश का नेतृत्व करते रहेंगे। अगले आम चुनाव (2029) में भी हम उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में देखेंगे। उनके उत्तराधिकारी की तलाश की कोई जरूरत नहीं है।”
फडणवीस ने आगे कहा कि पिता के जीवित रहते हुए उत्तराधिकार की चर्चा भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। उन्होंने कहा, ”यह मुगल संस्कृति हो सकती है, लेकिन भारतीय संस्कृति में ऐसा नहीं होता। अभी इस विषय पर चर्चा करने का कोई समय नहीं है।”
आरएसएस का बयान
आरएसएस के वरिष्ठ नेता सुरेश भैयाजी जोशी ने भी इस दावे को खारिज किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के संन्यास लेने की किसी भी चर्चा की उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
संजय राउत का बयान
शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, ”सितंबर में रिटायरमेंट का एप्लीकेशन लिखने के लिए शायद वे आरएसएस मुख्यालय गए थे। पिछले 10-12 सालों में उन्होंने ऐसा कभी नहीं किया, लेकिन अब वह मोहन भागवत से यह बताने के लिए गए थे कि ‘टाटा-बाय बाय, मैं जा रहा हूं।’”
राउत ने दावा किया कि दो बड़े कारणों से यह दौरा हुआ। ”पहला, संघ परिवार देश के नेतृत्व में बदलाव चाहता है। दूसरा, पीएम मोदी खुद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपनी मर्जी से चुनना चाहते हैं। इसलिए वह आरएसएस मुख्यालय गए थे।”
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मोदी का 11 साल बाद नागपुर दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 साल बाद रविवार को नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मुख्यालय का दौरा किया था। इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। हालांकि, इस दौरे को लेकर अलग-अलग राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।